कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरूआत: लोगों ने क्या कहा

कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरूआत: लोगों ने क्या कहा

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  • Publish Date - January 16, 2021 / 12:21 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

नयी दिल्ली, 15 जनवरी भाषा) भारत ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शनिवार को विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया। इस अवसर पर मंत्रियों और टीका लगवाने वाले लोगों ने कहा:-

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में ये टीके ‘संजीवनी’ हैं। हमने पोलियो तथा चेचक के खिलाफ लड़ाई जीती है और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक चरण में पहुंच गए हैं।’’

दिल्ली में टीका लगवाने वाले प्रथम व्यक्ति एवं सफाई कर्मी मनीष कुमार ने कहा, ‘‘हममें (सफाई कर्मियों में) से कई लोग डर रहे थे। इसलिए, मैं अपने वरिष्ठ जनों के पास गया और कहा कि मुझे पहले टीका लगाया जाए। मैं अपने सहकर्मियों को यह साबित करना चाहता था कि घबराने की जरूरत नहीं है। यहां तक कि उसने (मेरी पत्नी ने) मुझे टीका नहीं लगवाने को कहा। लेकिन मैंने उससे कहा कि यह महज एक इंजेक्शन भर है। इसे लगवाने के बाद, मैंने अपनी मां से पत्नी को यह बताने को कहा कि मैं सुरक्षित हूं।’’

पश्चिम बंगाल में टीका लगवाने वाली पहली व्यक्ति, बिपाशा सेठ ने कहा, ‘‘यह मानवता के लिए एक महान दिन है। पहली खुराक लेने के बाद मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। ’’

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘हर किसी को टीका लगने के प्रति आश्वस्त होना चाहिए। आपको और मुझे टीका लगा है। आपके और मेरे परिवार के लोगों को भी टीका लगेगा।’’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘आज हम एक क्रांतिकारी कदम उठा रहे हैं। मैं उन कोरोना योद्धाओं को सलाम करता हूं जिन्होंने निस्वार्थ भाव से कोविड-19 मरीजों का उपचार किया, जब कोई इलाज उपब्लध नहीं था। ’’

उत्तर प्रदेश के इरा मेडिकल कॉलेज में सिक्योरिटी गार्ड अब्दुल कयूम ने कहा, ‘‘गार्ड की नौकरी के दौरान अस्पताल में कोरोना रोगियों के लगातार आने से मन में डर लगा रहता था कि कहीं मुझे यह बीमारी न हो जाए। लेकिन अब मैं सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।’’

टीका लगवा चुकी दिल्ली में नर्स बीजी टॉमी ने कहा, ‘‘हमनें अपने जीवन को जोखिम में डाला और प्रतिदिन काफी संख्या में मौतें देख पीड़ा होती थी। यह एक राहत की बात है कि कोरोना वायरस के खिलाफ अब हमारे पास टीका है। ’’

केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने कहा, ‘‘इस टीके के बाद महामारी खत्म नहीं होने जा रही है। हमें अब भी यह सुनिश्चित करेन की जरूरत है कि स्वास्थ्य प्रोटोकाल का पालन किया जाए, जिनमें मास्क पहनना, हाथ स्वच्छ रखना और सामाजिक मेलजोल से दूरी रखना शामिल है। (रोग के प्रति शरीर की) प्रतिरक्षा धीरे-धीरे विकसित होगी।’’

पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, ‘‘आज हमारे लिए एक बड़ा दिन है। ऐसा लगता है कि हम धीरे-धीरे महामारी से बाहर आ रहे हैं, जिसने इतने सारे लोगों की जान ली है। हम पिछले एक साल से संकट की स्थिति में थे। आज से, हम फिर से अपना नया जीवन शुरू करेंगे।’’

जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कोरोना योद्धाओं से कहा, ” जब महामारी के पूर्व का और बाद का इतिहास लिखा जाएगा , आपके योगदान स्वर्णक्षरों में लिखे जाएंगे।’’

दिल्ली में लोक नायक जयप्रकाश नायारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के प्रशासनिक विभाग से संबद्ध नवीन कुमार ने कहा, ‘‘टीका लगवाने के बाद मैं बिल्कुल सामान्य महसूस कर रहा हूं। ’’

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया,पुणे के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए गर्व की बात है कि कोविशील्ड इस ऐतिहासिक प्रयास का हिस्सा है और इसके सुरक्षित एवं कारगर होने का अनुमोदन करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मैंने खुद भी टीका लगवाया । ’’

गुजरात में सबसे पहले टीका लगवाने वाले अशोकभाई ने कहा, ‘‘मुझे टीका लगवाने में कोई हिचक नहीं थी। हर किसी को यह लगवाना चाहिए। ’’

कर्नाटक सरकार के कोविड-19 के तकनीकी सलाहकारी समिति के अध्यक्ष एम के सुदर्शन ने कहा, ‘‘…मैंने देश के लोगों को यह संदेश देने के लिए टीका लगवाया है कि टीक सुरक्षित है और मददगार रहेगा।’’

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘‘दूसरी खुराक के दो सप्ताह बाद एंटीबॉडी बनने लगती हैं, जो (दूसरी खराक) पहली खुराक के बाद 28वें दिन दी जाती है। आपको धैर्य रखना होगा और कम से कम डेढ़ महीने तक इंतजार करना चाहिए।’’

नीति आयोग के सदस्य वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह एक शानदार टीका है। मैंने कोवैक्सीन लगवाया है।’’

भाषा

सुभाष माधव

माधव