चक्रवात ‘दित्वा’ वेदारण्यम तट के पास पहुंचा, 28 आपदा मोचन दल तैयार: तमिलनाडु के मंत्री

चक्रवात ‘दित्वा’ वेदारण्यम तट के पास पहुंचा, 28 आपदा मोचन दल तैयार: तमिलनाडु के मंत्री

चक्रवात ‘दित्वा’ वेदारण्यम तट के पास पहुंचा, 28 आपदा मोचन दल तैयार: तमिलनाडु के मंत्री
Modified Date: November 29, 2025 / 09:26 pm IST
Published Date: November 29, 2025 9:26 pm IST

चेन्नई, 29 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात ‘दित्वा’ के कारण शनिवार को तटीय क्षेत्रों और कावेरी डेल्टा के जिलों में भारी बारिश हुई। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 28 आपदा मोचन दल मुस्तैद रखे गए हैं।

चक्रवात का सबसे अधिक प्रभाव रामनाथपुरम और नागपट्टिनम जिलों में पड़ा है।

लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण रामेश्वरम में दूसरे दिन भी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। एक अधिकारी ने बताया कि नागपट्टिनम में भारी बारिश के दौरान कई पेड़ गिर गए।

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, चक्रवात ‘दित्वा’ तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले के वेदारण्यम तट के ऊपर केंद्रित है।

इसके प्रभाव में तटीय जिलों में समुद्र में अशांति बढ़ गई।

समुद्र की ऊंची लहरों ने मंडपम के पास मछुआरों के नावों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि समुद्री कटाव के कारण आस-पास की सड़कों के कुछ हिस्से टूट गए।

चक्रवात वेदारण्यम से 110 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, कराईकल से 150 किलीमीटर दक्षिण-पूर्व, पुडुचेरी से 250 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और चेन्नई से 350 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित है। इसके रविवार सुबह तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी-दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के पास पहुंचने की संभावना है।

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक बी. अमुधा के अनुसार, कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों के एक-दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। कांचीपुरम, चेन्नई, चेंगलपट्टु, वेल्लोर, तिरुपत्तूर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई और विल्लुपुरम जिलों के कुछ स्थानों पर भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों में रविवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी में हवाएं 40 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी।”

राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के. के. एस. एस. आर. रामचंद्रन ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि चक्रवात ‘दित्वा’ चेन्नई के पास तट से टकराएगा या नहीं, लेकिन सरकार युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, “एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) सहित लगभग 28 आपदा मोचन दल मुस्तैद रखे गए हैं। हम अन्य राज्यों से 10 और टीम को हवाई मार्ग से लाने की योजना बना रहे हैं। वायुसेना और तटरक्षक बल को भी सतर्क कर दिया गया है। इसके अलावा, कल जिलों में निगरानी दल भेजे जाएंगे।”

उन्होंने बताया कि अभी तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है, हालांकि 16 मवेशी मारे गए हैं और 24 झुग्गियों को नुकसान पहुंचा है।

उन्होंने कहा, “फिलहाल बारिश से कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन राज्य सरकार लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और बचाव एवं राहत कार्यों के लिए कई टीम तैयार हैं।”

जिलों में लगभग 6,000 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात चेन्नई तट के समानांतर गुजर सकता है और इस कारण भारी बारिश हो सकती है।

रामचंद्रन ने लोगों से सुरक्षित रहने के लिए मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की सलाह पर अमल करने का आग्रह किया।

भाषा खारी सुभाष

सुभाष


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