दसॉ एविएशन ने भारत में राफेल विमान का ढांचा बनाने के लिए टाटा एडवांस सिस्टम से करार किया

दसॉ एविएशन ने भारत में राफेल विमान का ढांचा बनाने के लिए टाटा एडवांस सिस्टम से करार किया

दसॉ एविएशन ने भारत में राफेल विमान का ढांचा बनाने के लिए टाटा एडवांस सिस्टम से करार किया
Modified Date: June 5, 2025 / 04:40 pm IST
Published Date: June 5, 2025 4:40 pm IST

नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) फ्रांस की विमान निर्माण कंपनी दसॉ एविएशन ने भारत में राफेल लड़ाकू विमान का ढांचा (फ्यूजलाज) बनाने के लिए बृहस्पतिवार को टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड से समझौता करने की घोषणा की।

दोनों कपंनियों के बीच हुए करार के तहत टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लड़ाकू विमान के प्रमुख ढांचे का उत्पादन करने के लिए हैदराबाद में एक अत्याधुनिक उत्पादन केंद्र की स्थापना करेगी।

टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) ने कहा कि हैदराबाद में स्थापित होने वाल फैक्टरी में राफेल के पहले ढांचे का निर्माण वर्ष 2028 में होने की संभावना है और उत्पादन केंद्र से प्रति माह दो पूर्ण ढांचों की आपूर्ति होने की उम्मीद है।

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टीएएसएल ने कहा कि वह हैदराबाद में राफेल के प्रमुख संरचनात्मक खंडों के निर्माण के लिए एक अत्याधुनिक उत्पादन सुविधा स्थापित करेगी, जिसमें पिछले हिस्से का ढांचा, पूरा पिछला भाग, बीच का हिस्सा और अगला हिस्सा शामिल हैं।

टीएएसएल ने कहा कि उसने भारत में राफेल लड़ाकू विमान के ढांचे के निर्माण के लिए दसॉ एविएशन के साथ चार उत्पादन हस्तांतरण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। उसने कहा कि यह देश की एयरोस्पेस विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को समर्थन देने की दिशा में एक ‘‘अहम कदम’’ है।

दसॉ एविएशन के चेयरमैन और सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा, ‘‘पहली बार राफेल के धड़ का उत्पादन फ्रांस के बाहर किया जाएगा। यह भारत में हमारी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय एयरोस्पेस उद्योग में प्रमुख कंपनियों में से एक, टीएएसएल सहित हमारे स्थानीय भागीदारों के विस्तार के कारण, यह आपूर्ति श्रृंखला राफेल के सफल विस्तार में योगदान देगी और हमारे समर्थन से हमारी गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता आवश्यकताओं को पूरा करेगी।’’

टीएएसएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सुकरन सिंह ने कहा कि यह साझेदारी भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र में एक अहम कदम है।

भाषा धीरज प्रशांत

प्रशांत


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