भारत और चीन के रक्षा मंत्री ने की मुलाकात , द्विपक्षीय समझौते से सैन्य सहयोग बढ़ाने पर बनी सहमति

भारत और चीन के रक्षा मंत्री ने की मुलाकात , द्विपक्षीय समझौते से सैन्य सहयोग बढ़ाने पर बनी सहमति

भारत और चीन के रक्षा मंत्री ने की मुलाकात , द्विपक्षीय समझौते से सैन्य सहयोग बढ़ाने पर बनी सहमति
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: August 24, 2018 6:29 am IST

नई दिल्ली। डोकलाम विवाद के बाद पहली बार भारत और चीन के रक्षा मंत्री की खास बैठक गुरुवार को हुई जिसमें दोनों देशो में सैन्य  सहयोग बढ़ाने पर सहमति दी है। बता दें कि भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और चीन के रक्षा मंत्री वेंग फेंघ के बीच गुरुवार को दो घंटे तक बैठक चली। 

ज्ञात को की यह दोनों दोनों देशों के बीच ने डोकलाम विवाद के बाद पहली बैठक थी। और सबसे खास बात यह थी की इस बैठक के लिए दोनों देशो ने पहल की थी। इस बारे में  रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार दोनों देशों के बीच पूर्व  प्रस्तावित हॉटलाइन सेवा भी जल्द शुरू करने पर सहमति बनी है। साथ ही  सशस्त्र बलों के बीच प्रशिक्षण, संयुक्त अभ्यास, अन्य पेशेवर बातचीत और संबंधों का विस्तार करने का फैसला किया गया। दोनों पक्षों ने रक्षा आदान-प्रदान और सहयोग पर 2006 में हुए समझौते की जगह एक नया द्विपक्षीय समझौता करने का भी निर्णय लिया है।बता दें कि चीन इन दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत सी नीतियों से प्रभावित है इसी का परिणाम है कि चीन द्विपक्षीय समझौते के लिए राजी हुआ था। 

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इस मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री  सीतारमण ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के मुद्दे पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है  उन्होंने कहा कि यह रास्ता पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरता है। यह भारत की संप्रभुता का हनन है। इसके अलावा सीमा पार आतंकवाद के कारण भारत की चुनौतियों, अफगानिस्तान में शांति-स्थिरता, दक्षिण चीन सागर में परिवहन जैसे मुद्दों पर भी दोनों नेताओं की चर्चा हुई।

 

 

 

 

 

वेब डेस्क IBC24


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