रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, सेना मुख्यालय के पुर्नगठन को मिली मंजूरी
रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, सेना मुख्यालय के पुर्नगठन को मिली मंजूरी
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय सेना को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने सेना को मुख्यालय के पुनर्गठन की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही सेना मुख्यालय में तैनात 229 अधिकारियों को अब सीधे चीन और पाकिस्तानी सीमा में भेज दिए गए हैं। इस प्लान के तहत अब सेना में एक नए उपसेना प्रमुख का पद गठित किया गया है, जो सीधे मिलिट्री-ऑपरेशन्स, मिलिट्री इंटेलीजेंस, स्ट्रेटेजिक-प्लानिंग और इंफो-वॉरफेयर की जिम्मेदारी संभालेंगे।
<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”>Defence Minister Nirmala Sitharaman approves re-organisation of Army Headquarters due to which more officers would now be available for deployment on borders. (File pic) <a href=”https://t.co/GsyRuWa4zG”>pic.twitter.com/GsyRuWa4zG</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1103626471707471874?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 7, 2019</a></blockquote>
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जानकारी के मुताबिक जून 2018 में थलसेना ने चार नई समितियों का गठन किया था, जिसमें एक समिति को सेना मु्ख्यालय के पुर्नगठन की जिम्मदारी दी गई थी। 27 फरवरी को सेना ने इस समिति की रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को सौंप दी थी। इस रिपोर्ट का विस्तृत अध्ययन कर रक्षा मंत्रालय ने सेना मुख्यालय के पुर्नगठन के लिए अनुमति दे दी।
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डिप्टी चीफ (स्ट्रेटेजी) का होगा नया पद
बदलाव के बाद अब उपसेना प्रमुख का पद तैयार किया गया है, जिसे डिप्टी चीफ (स्ट्रेटेजी) के नाम से जाना जाएगा। अब डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) और डीजीएमआई (यानि मिलिट्री इंटेलीजेंस) दोनों ही विभाग डिप्टी चीफ के अंतर्गत काम करेंगे। सेना के सभी ऑपरेशन्स और मिलिट्री-प्लानिंग अब इनकी ही जिम्मेदारी होगी।
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मौजूदा हालात को देखते हुए डीजी(आईडब्लू) का भी निर्माण किया गया है। डीजी का गठन मीडिया विंग, एडीजीपीआई और आईडब्लू (इंफो-वॉरफेयर) को एक साथ मिलाकर किया गया है। ये विंग भी डीसीओएएस (स्ट्रेटेजी) के अंतर्गत ही काम करेगी। बता दें बीते दिनों हुए एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर ने भारत के खिलाफ सोशल मीडिया पर बडे पैमाने पर प्रोपेगेंडा-वॉरफेयर छेड़ दिया है। इसी के चलते डीजी(आईडब्लू) का गठन किया गया है। हालांकि भारतीय सेना की यह योजना 8 महीने पुरानी है।
ये हुए बड़े बदलाव
- अब सेना मुख्यालय में तीन उपसेना प्रमुख के पद हो जाएंगे।
- जो दूसरे उपसेना प्रमुख (प्लानिंग एंड सिस्टम) हैं उन्हें अब कैपेबिलिटी डेवलवमेंट एंड सस्टेनेंस के नाम से जाना जाएगा।
- अब एमजीओ विभाग को भी कैपेबिलिटी डेवलवमेंट एंड सस्टेनेंस विभाग में शामिल कर लिया गया है।
- सेना के ट्रैनिंग कमांड (आरट्रैक-आर्मी ट्रैनिंग कमांड) और मुख्यालय में स्थापित डीजी(एमटी-मिलिट्री ट्रैनिंग) को भी अब एक विभाग बना दिया गया है।

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