दिल्ली पुलिस ने नकली वस्तुओं के बाजार का पर्दाफाश किया, रोजमर्रा की वस्तुओं तक भी फैला है जाल
दिल्ली पुलिस ने नकली वस्तुओं के बाजार का पर्दाफाश किया, रोजमर्रा की वस्तुओं तक भी फैला है जाल
नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में की गई एक के बाद एक छापेमारी में यह पता चला है कि राष्ट्रीय राजधानी में नकली सामान बनाने वाले केवल विलासिता की वस्तुओं या छोटे पैमाने पर नकली सामान बनाने तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि इसमें रोजमर्रा की वस्तुएं भी शामिल हो गयी हैं।
देसी घी से लेकर एंटासिड पाउडर तक, इंजन ऑयल से लेकर शैम्पू और डिटर्जेंट तक व जींस से लेकर स्कूल की पाठ्यपुस्तकों तक, दिल्ली पुलिस ने एक विशाल और तेजी से फैलते नकली सामानों के बाजार का पर्दाफाश किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘नकली सामान बनाना एक गंभीर अपराध है, लेकिन हमारी टीमें कड़ी निगरानी रख रही हैं और इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार कर रही हैं।’
पुलिस ने बताया कि 2023 से अब तक नकली सामान के उत्पादन और बिक्री से जुड़े 740 मामलों का पर्दाफाश किया गया है और इस साल जनवरी से सितंबर तक कॉपीराइट अधिनियम के तहत कुल 132 मामले दर्ज किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि यह नेटवर्क हाल के वर्षों में सार्वजनिक स्वास्थ्य और उपभोक्ता सुरक्षा के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के रूप में उभरा है।
एक बड़ी छापेमारी में अलीपुर में पुलिस टीमों ने लोकप्रिय ब्रांड के लेबल वाले टिन में पैक किए गए लगभग 1,500 किलोग्राम नकली ‘देसी घी’ बरामद किया।
पुलिस ने भंडारित उत्पाद के साथ-साथ कच्चे माल के ड्रम और पैकिंग मशीनें भी जब्त कीं।
पुलिस ने बताया कि बाद में बवाना औद्योगिक क्षेत्र में इसी तरह की एक इकाई का भंडाफोड़ किया गया, जहां हजारों लीटर मिलावटी घी अस्वच्छ परिस्थितियों में संग्रहित पायी गयी।
उन्होंने बताया कि तस्कर सस्ते वनस्पति तेल का इस्तेमाल कर रहे थे।
हालांकि, सबसे चौंकाने वाली कार्रवाई तब हुई जब पुलिस ने नकली एंटासिड पाउच बनाने वाली एक इकाई का भंडाफोड़ किया। इन पाउच का इस्तेमाल घरों में लगभग रोजाना होता है।
पुलिस ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने कच्चे पाउडर, पैकेजिंग रोल और सीलिंग मशीनों के साथ लगभग एक लाख पैकेट जब्त किए। इन्हें प्रमुख ब्रांडों की तरह ही पैक किया गया था, जिससे आम खरीदार के लिए पहचानना बेहद मुश्किल था।
छापेमारी करने वाली टीम ने पाया कि नकली एंटासिड में सही औषधीय यौगिक नहीं थे, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि आपात स्थिति में इन पर निर्भर रहने वाले उपभोक्ताओं को गंभीर जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि एक अन्य अभियान में एक व्यापक अंतरराज्यीय आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े गोदामों से एक लाख से अधिक नकली गोलियां, कैप्सूल और मलहम बरामद किए गए, जिनमें स्टेरॉयड और दर्द निवारक दवाएं शामिल थीं। पहले की छापेमारी से मिली जानकारियों के आधार पर दिल्ली के बाहर स्थित कई अवैध कारखानों को भी बंद कर दिया गया।
दिल्ली के नकली सामान के बाजार में टूथपेस्ट, शैम्पू और डिटर्जेंट जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं भी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में छापेमारी के दौरान 18,000 से अधिक नकली टूथपेस्ट ट्यूब, हजारों खाली ट्यूब और भरने के लिए तैयार रासायनिक पेस्ट जब्त किए गए। खुले कंटेनर में रसायनों को मिलाया जा रहा था, जिससे वहां की स्थिति खतरनाक थी।
उन्होंने बताया कि एक अन्य तलाशी अभियान के दौरान रोहिणी में नकली शैम्पू, डिटर्जेंट, साबुन और फर्श साफ करने वाले उत्पादों का उत्पादन करने वाली एक इकाई का भंडाफोड़ किया गया। इन उत्पादों को प्रमुख ब्रांडों के नकली लेबल और होलोग्राम का उपयोग करके पैक किया जा रहा था और थोक बाजारों और स्थानीय दुकानों को कम कीमत पर बेचा जा रहा था।
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में दो लोगों को नकली पैकेटबंद पेयजल बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह पेयजल बोरवेल के स्रोतों से भरा हुआ था और इस पर जाली ट्रेडमार्क स्टिकर लगे हुए थे।
एक अन्य मामले में लोकप्रिय बाजारों में नकली ब्रांडेड जींस बेचने के आरोप में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। कुल 684 नकली सामान जब्त किए गए।
इसी बीच, इस साल की सबसे महत्वपूर्ण बरामदगी में से एक में पुलिस ने दो करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 1.7 लाख से अधिक नकली एनसीईआरटी पुस्तकें जब्त कीं।
एक पिता-पुत्र की जोड़ी को कई गोदाम चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
भाषा शुभम रंजन
रंजन

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