Delhi Pollution: दिल्ली की हवा होगी क्लीन? “स्मॉग‑ईटिंग” तकनीक के ज़रिए पूरे शहर को करेंगे साफ़
दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए नई तकनीक की ओर बढ़ रही है। सड़कों और पब्लिक स्पेस पर फोटो-कैटलिटिक कोटिंग लगाने की व्यवहार्यता का टाइम-बाउंड अध्ययन किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह कोटिंग हवा से जहरीले गैसों और हानिकारक तत्वों को सोखकर वातावरण को साफ करने में मदद कर सकती है।
/ Image Source: ScreenGrab / @Rueters/CoverFox.com
- स्टडी को समय-सीमा के अंदर पूरा करने का आदेश।
- पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने दी जानकारी
- यह कोटिंग NO₂ और हाइड्रोकार्बन जैसे प्रदूषक सोखने में सक्षम।
Delhi Pollution: दिल्ली: दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए एक नया कदम उठाने जा रही है। पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने घोषणा की कि, दिल्ली सरकार जल्द ही एक समयबद्ध स्टडी शुरू करेगी, जिसमें “स्मॉग‑ईटिंग” फोटोकैटेलिटिक कोटिंग्स की जांच की जाएगी। ये तकनीक नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और वोलाटाइल हाइड्रोकार्बन जैसी जहरीली गैसों को खत्म करने में मदद करती है, जो दिल्ली की जहरीली हवा के बड़े कारण हैं। इस प्रोजेक्ट में खास तौर पर टाइटेनियम ऑक्साइड बेस्ड कोटिंग्स पर ध्यान दिया जाएगा, जिन्हें सड़कों, फुटपाथों और सार्वजनिक जगहों पर लगाया जा सकता है ताकि हवा में मौजूद हानिकारक गैसें कम की जा सकें।
पर्यावरण मंत्री ने क्या कहा
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “हम दिल्ली के लोगों की सुरक्षा के लिए ऐसे उपाय ला रहे हैं जो सच में जमीन पर काम करें। सरल, सुरक्षित और विज्ञान-आधारित उपकरणों को लागू करके हम परिणाम पारदर्शी तरीके से माप रहे हैं, ताकि हर परिवार हवा में फर्क और अपने जीवन में सुधार महसूस कर सके। अगर इस अध्ययन में साबित हो जाता है कि ये ‘स्मॉग-ईटिंग’ सतहें प्रभावी और किफायती हैं, तो पर्यावरण विभाग कैबिनेट प्रस्ताव लाकर उन्हें तेजी से पूरे शहर में प्रमुख स्थानों जैसे व्यस्त मार्ग, बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर लागू करने की तैयारी करेगा, ताकि लोगों को साफ हवा के तुरंत और दिखने योग्य फायदे मिल सकें।”
मंत्री ने ‘Innovators’ Challenge’ का भी जिक्र किया, जो विभाग ने हाल ही में लॉन्च किया है। इसके तहत स्टूडेंट्स, स्टार्टअप्स और एक्सपर्ट्स से नए और क्रिएटिव आइडिया लिए जाते हैं ताकि तेजी से पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू किए जा सकें। दिल्ली में हम सबसे बेहतरीन और प्रूव्ड फोटो-कैटलिटिक तकनीकों को अपनाएंगे, जिसमें सुरक्षा, स्थिरता और साफ हवा के मापने योग्य रिजल्ट्स को सबसे ऊपर रखा जाएगा। इसका मकसद है कि हवा जल्दी साफ हो।”
प्रगति रिपोर्ट जारी की जाएगी
Delhi Pollution: योजना के अनुसार, दिल्ली सरकार का पर्यावरण विभाग अगले 30 दिनों के भीतर किसी प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्था के साथ MoU (समझौता पत्र) पर साइन करेगा, जिसके बाद फील्ड ट्रायल्स शुरू होंगे। अध्ययन में लागत-कुशलता, सुरक्षा और दीर्घकालिक स्थिरता का भी मूल्यांकन किया जाएगा, साथ ही विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं की पहचान की जाएगी ताकि तकनीक को तेजी से स्केल-अप किया जा सके।

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