दिल्ली: आरके पुरम में एक व्यक्ति से 40 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार
दिल्ली: आरके पुरम में एक व्यक्ति से 40 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार
नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के आरके पुरम इलाके में निवेश पर अधिक धन वापसी का झांसा देकर एक व्यक्ति से लगभग 40 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान कुलदीप कुमार (22) और रंजय सिंह (32) के रूप में हुई है।
अधिकारी के अनुसार, एक व्यक्ति ने शिकायत की है कि ‘शेयर’ और आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) निवेश संबंधी सुझाव देने वाले सोशल मीडिया के एक ‘ग्रुप’ से जुड़ने के बाद उसके साथ कथित तौर पर 39.50 लाख रुपये की ठगी की गई।
अधिकारी ने बताया कि जालसाजों ने कथित तौर पर उन्हें एक संस्थागत खाता खोलने और निर्दिष्ट बैंक खातों में रुपये जमा करने के लिए राजी किया।
उन्होंने बताया कि एक बार रुपये जमा हो जाने के बाद इसमें शिकायतकर्ता की पहुंच अवरुद्ध हो गई और रुपये वापस पाने के लिए आरोपियों ने उससे फिर से निवेश करने की मांग की।
दक्षिण-पश्चिम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुरेंद्र चौधरी ने कहा, ‘‘धोखे का एहसास होने पर पीड़ित ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद दक्षिण-पश्चिम जिले के साइबर थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 419, 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया।’’
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि धोखाधड़ी की गई राशि में से चार लाख रुपये ‘फ्लाईअप सॉल्यूशंस’ नाम के निजी बैंक खाते में स्थानांतरित किए गए थे, जो उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी रंजय का था।
उन्होंने बताया कि बालाजी ‘ट्रेडिंग कंपनी’ के नाम से एक अन्य बैंक खाते में 9.30 लाख रुपये जमा होने का भी खुलासा हुआ।
डीसीपी ने बताया, ‘‘10 फरवरी को टीम ने राजस्थान के जयपुर में कई ठिकानों पर छापेमारी की और जयपुर निवासी कुलदीप को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि कुलदीप ने अपने दोस्त राकेश कुमार के नाम से बैंक खाता खुलवाया था और सह-आरोपियों को इसकी जानकारी दी थी, जिससे उसे दो लाख रुपये कमीशन मिला था।’’
अधिकारी ने बताया कि रंजय को 24 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और उसकी कपड़ों की दुकान है।
डीसीपी ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान उसने बैंक खाता खोलने और उसे सह-आरोपी कवराज सिंह को बेचने की बात स्वीकार की, जिसके लिए उसे 50 हजार रुपये का कमीशन मिला।’’ उन्होंने बताया कि कवराज का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
भाषा यासिर माधव
माधव

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