दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार; फिलहाल चरण तीन पांबदी नहीं: सीएक्यूएम

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार; फिलहाल चरण तीन पांबदी नहीं: सीएक्यूएम

दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार; फिलहाल चरण तीन पांबदी नहीं: सीएक्यूएम
Modified Date: November 9, 2025 / 09:52 pm IST
Published Date: November 9, 2025 9:52 pm IST

नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ, जिसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने फिलहाल तीसरे चरण की कड़ी पाबंदियां लागू नहीं करने का फैसला किया।

दिल्ली में दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह के समय ‘बहुत खराब’ श्रेणी के उच्च स्तर पर रहने के बाद, सीएक्यूएम की चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) पर उप-समिति ने वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा के लिए शाम को बैठक की।

आयोग के अनुसार, दिल्ली का प्रति घंटा औसत एक्यूआई सुबह 10 बजे 391 था, लेकिन शाम चार बजे तक यह सुधरकर 370 हो गया और शाम पांच बजे 365 पर आ गया।

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के पूर्वानुमानों से भी संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की आशंका है।

सुधार की प्रवृत्ति और पूर्वानुमानों पर विचार करते हुए, उप-समिति ने निर्णय लिया कि वर्तमान में जीआरएपी के तृतीय चरण की पाबंदियों को लागू करने की कोई आवश्यकता नहीं है और चरण-एक और दो के तहत जारी उपाय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जारी रहेंगे।

आयोग ने कहा कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और आवश्यकतानुसार वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा करेगा।

जीआरएपी चरण-तीन में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाया जाता है।

चरण-तीन के तहत कक्षा पांच तक की कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में स्थानांतरित करना आवश्यक होता है।

अभिभावकों और छात्रों के पास जहां भी उपलब्ध हो, ऑनलाइन शिक्षा चुनने का विकल्प होता है।

चरण तीन के तहत, दिल्ली और आसपास के एनसीआर जिलों में बीएस-तीन पेट्रोल और बीएस डीजल कार (चार पहिया वाहन) का उपयोग प्रतिबंधित होता है। दिव्यांगों को छूट होती है।

सर्दियों के दौरान, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में जीआरएपी के तहत पाबंदियां लागू होती है, जो वायु गुणवत्ता को चार चरणों में वर्गीकृत करता है- चरण-एक (खराब, एक्यूआई 201-300), चरण-दो (बहुत खराब, एक्यूआई 301-400), चरण-तीन (गंभीर, एक्यूआई 401-450), और चरण-चार गंभीर प्लस, एक्यूआई 450 से ऊपर)।

प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियां, वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन, धान की पराली जलाने, पटाखों और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के साथ मिलकर, सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के खतरनाक स्तर में पहुंच जाती हैं।

भाषा अमित सुरेश

सुरेश


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