वृद्धावस्था और विकलांगता के बावजूद तीसरे चरण में लोगों ने डाला वोट |

वृद्धावस्था और विकलांगता के बावजूद तीसरे चरण में लोगों ने डाला वोट

वृद्धावस्था और विकलांगता के बावजूद तीसरे चरण में लोगों ने डाला वोट

:   Modified Date:  May 7, 2024 / 10:36 PM IST, Published Date : May 7, 2024/10:36 pm IST

नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) आम चुनाव के तीसरे चरण के तहत मंगलवार को 93 लोकसभा सीट पर हुए मतदान के दौरान मतदाताओं के हौसले को न तो वृद्धावस्था और न ही विकलांगता डिगा पाई। बाधाओं को मात देते हुए लोगों ने मतदान किया। पेश है आज हुए मतदान के दौरान की कुछ झलकियां।

-गुजरात के नाडियाड में अंकित सोनी ने अपने पैर से वोट डाला। 20 साल पहले बिजली का झटका लगने की वजह से उन्होंने अपने दोनों हाथ खो दिए थे। इसके बाद से वह हर चुनाव में इसी तरह मतदान कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के हाथरस में रात रानी ने अपनी दिव्यांग बेटी 27 वर्षीय कमला के साथ वोट डाला। रानी कमला को मतदान केंद्र के अंदर ले गईं।

– कर्नाटक के बीदर के कपालापुर गांव में 110 वर्षीय गट्टीगिट्टी लक्ष्मीबाई अपने बेटे और पोते के साथ वोट डालने पहुंचीं, जबकि 100 वर्षीय गुरमा ने सिंदबंदगी गांव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कई मतदान केंद्रों पर बुजुर्ग व्हीलचेयर से पहुंचे।

– जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में पहला वोट दृष्टिबाधित मोहम्मद अली राठेर ने निर्वाचन आयोग की घर से मतदान की पहल के तहत डाला।

-उत्तरी छत्तीसगढ़ के दो निर्वाचन क्षेत्रों के दो अलग-अलग मतदान केंद्रों पर मधुमक्खियों के झुंड के हमले में 13 लोग घायल हो गए। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के आरा गांव में आठ लोग और सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के जवाहरनगर में पांच लोग जख्मी हुए।

-मध्य प्रदेश के भोपाल में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव अधिकारियों ने लकी ड्रॉ का आयोजन किया। वोट डालने वालों के लिए पुरस्कारों में हीरे की अंगूठी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, घरेलू सामान और रेस्तरां में छूट आदि शामिल थी। हर तीन घंटे में तीन विजेताओं के चयन के लिए ड्रॉ निकाला गया।

-कई निर्वाचन क्षेत्रों में ‘पिंक बूथ’ (जिनका प्रबंधन महिलाओं के पास होता है) स्थापित किए गए हैं और मध्य प्रदेश में ग्वालियर के एक पिंक बूथ पर अच्छा मतदान हुआ। इस बूथ पर ‘मेरा मत, मेरा भविष्य’ जैसे नारे लिखे पोस्टर लगे थे।

-उत्तर प्रदेश के बदायूं से मतदान बहिष्कार की खबरें आईं, जहां धोरनपुर के ग्रामीणों ने सड़क बनाने की उनकी मांग पर ध्यान न देने के लिए राजनीतिक नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ में कोरिया के धुमादंड गांव के निवासियों ने सड़क नहीं होने का हवाला दिया। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के तीन गांवों – नगला जवाहर, नीम खेरिया और नगला उमर में भी कथित तौर पर मतदान का बहिष्कार किया गया।”

-गुजरात के अहमदाबाद में निशान पब्लिक स्कूल में बने मतदान केंद्र के बाहर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। वह गांधीनगर लोकसभा सीट के मतदाता के रूप में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए वहां आए थे। गांधीनगर सीट से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फिर से चुनाव लड़ रहे हैं।

-गुजरात के अमरेली जिले में एक मतदान केंद्र पर तैनात 45 वर्षीय महिला मतदान अधिकारी की ड्यूटी के दौरान बेचैनी की शिकायत के बाद मौत हो गई। कौशिका बाबरिया एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका थीं।

– छत्तीसगढ़ के रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जशपुर जिले के एक गांव में वोट डालने के लिए कतार में खड़े 71 वर्षीय व्यक्ति बेहोश हो गए और फिर उनकी मौत हो गई। जामटोली गांव के मतदान केंद्र संख्या 303 पर वोट डालने के लिए इंतजार कर रहे जर्तियुस टोप्पो अचानक गिर पड़े।

भाषा नोमान पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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