नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) उड्डयन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कम दृश्यता की स्थिति में उड़ानों के संचालन के लिए पायलट के ‘ड्यूटी चार्ट’ में खामियों को लेकर बुधवार को एअर इंडिया और स्पाइसजेट पर 30-30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दिसंबर 2023 के लिए निर्धारित उड़ानों के संबंध में एयरलाइन द्वारा प्रस्तुत उड़ानों में विलंब, रद्द करने, मार्ग परिवर्तन से संबंधित डेटा का विश्लेषण करने के बाद, डीजीसीए ने पाया कि एअर इंडिया और स्पाइसजेट ने ‘‘कुछ उड़ानों के लिए कैट दो या तीन और एलवीटीओ योग्य पायलटों को सूची में शामिल नहीं किया।’’
कैट दो या तीन कम दृश्यता की स्थिति में उड़ानों के संचालन से संबंधित है। एलवीटीओ का तात्पर्य कम दृश्यता में उड़ान भरने से है।
डीजीसीए द्वारा जारी दो आदेशों के अनुसार, एअर इंडिया और स्पाइसजेट पर 30-30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
इससे पहले, डीजीसीए ने दिसंबर के अंत में दिल्ली हवाई अड्डे पर घने कोहरे के बीच विभिन्न उड़ानों के मार्ग परिवर्तन के बाद, कम दृश्यता की स्थिति में काम करने के लिए प्रशिक्षित पायलटों को तैनात नहीं करने के लिए एअर इंडिया और स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
पिछले साल 25-28 दिसंबर के दौरान घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन काफी प्रभावित हुआ था और विभिन्न विमानन कंपनियों की लगभग 60 उड़ानों का मार्ग परिवर्तन किया गया था।
भाषा आशीष पवनेश
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