धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश), 12 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते आई अचानक बाढ़ में पर्यटन स्थलों पर कई कारें और इमारतें बह गईं। साथ ही, खराब मौसम के चलते यहां स्थित हवाईअड्डा को भी बंद करना पड़ गया।
कांगड़ा जिला प्रशासन ने पर्यटकों को भारी बारिश के मद्देनजर धर्मशाला की अपनी यात्रा स्थगित करने का निर्देश दिया है।
वीडियो क्लिप में यह देखा जा सकता है कि मैक्लोडगंज से लगे ऊपरी धर्मशाला में भागसु नाग के पास एक नाले ने भारी बारिश के कारण अपना मार्ग बदल लिया और वह चार कारों और कई मोटरसाइकिलों को बहा ले गया।
वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि भागसु नाग में एक सरकारी स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गया और उससे सटे होटल जलमग्न हो गये।
हवाईअड्डा के यातायात प्रभारी गौरव कुमार ने बताया, ‘‘खराब मौसम और भारी बारिश के चलते, गग्गल में धर्मशाला हवाईअड्डा आने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। ’’
वीडियो क्लिप के मुताबिक, धर्मशाला से लगे मांझी खाद इलाके में अचानक बाढ़ आने से दो इमारतें बह गई, जबकि कई अन्य क्षतिग्रस्त हो गयीं।
भारी बारिश के चलते आई अचानक बाढ़ से मंडी-पठानकोट राजमार्ग पर एक पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यातायात अवरूद्ध हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते पैदा हुई स्थिति की करीबी निगरानी की जा रही है। अधिकारी राज्य सरकार के साथ काम कर रहे हैं। हर संभव सहायता दी जा रही है। प्रभावित इलाकों में लोगों की सुरक्षा की मैं कामना करता हूं। ’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में अचानक आई बाढ़ से पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सोमवार को बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
ठाकुर ने भी भारी बारिश से हुई क्षति को लेकर चिंता प्रकट की और विभिन्न जिलों के प्रशासन को प्रभावित इलाकों में त्वरित राहत प्रदान करने एवं बचाव अभियान चलाने को कहा।
उन्होंने अनुरोध किया कि स्थानीय लोग और पर्यटक किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए नदी तट पर जाने से बचें।
उपायुक्त डॉ निपुन जिंदल ने कहा, ‘‘धर्मशाला की यात्रा कर रहे सभी पर्यटकों को अपनी यात्रा स्थगित करने का निर्देश दिया जाता है ताकि उन्हें कोई असुविधा नहीं हो। ’’
उन्होंने कहा कि जो पर्यटक पहले ही धर्मशाला और इसके आसपास के इलाकों में पहुंच चुके हैं, उन्हें उसी स्थान पर, सड़क आदि पर, रूकने की सलाह दी जाती है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला और इसके आसपास के इलाकों में ठहरे पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी जिला प्रशासन इंतजाम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कोई समस्या होने पर वे आपदा नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 1077 पर कॉल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को भूस्खलन संभावित स्थानों पर नहीं जाने का भी निर्देश दिया गया है। ‘‘
उपायुक्त ने कहा कि अधिकारियों को फौरन ही राहत एवं पुनर्वास कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 13 जुलाई को और 14 से 16 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है।
इसे ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कांगड़ा जिले में सभी विभागों के जिले के अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है।
भाषा
दिलीप सुभाष माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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