किसी भी आख्यान से प्रभावित न हों, कोई ताकत भारत को निर्देश नहीं दे सकती : धनखड़

किसी भी आख्यान से प्रभावित न हों, कोई ताकत भारत को निर्देश नहीं दे सकती : धनखड़

किसी भी आख्यान से प्रभावित न हों, कोई ताकत भारत को निर्देश नहीं दे सकती : धनखड़
Modified Date: July 19, 2025 / 09:27 pm IST
Published Date: July 19, 2025 9:27 pm IST

(तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि लोगों को किसी आख्यान से प्रभावित नहीं होना चाहिए क्योंकि दुनिया की कोई भी ताकत भारत को यह निर्देश नहीं दे सकती कि उसे अपने मामलों को कैसे संभालना है।

धनखड़ ने कहा कि इस देश में सभी निर्णय इसके नेतृत्व द्वारा लिए जाते हैं।

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उपराष्ट्रपति ने रेखांकित किया कि भारत आपसी सहयोग से काम करता है, परस्पर सम्मान रखता है और अन्य देशों के साथ कूटनीतिक संवाद करता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अंततः हम संप्रभु हैं, हम अपने फैसले खुद लेते हैं।’’

धनखड़ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब विपक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया भारत-पाकिस्तान झड़प में ‘संघर्ष विराम’ कराने के दावे पर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग कर रहा है।

उन्होंने यहां भारतीय रक्षा संपदा सेवा के प्रशिक्षुओं के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बाहरी आख्यानों से निर्देशित न हों। इस देश में, एक संप्रभु राष्ट्र में, सभी निर्णय इसके नेतृत्व द्वारा लिए जाते हैं। दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो भारत को यह निर्देश दे कि उसे अपने मामलों को कैसे संभालना है।’’

उपराष्ट्रपति ने क्रिकेट की शब्दावली में कहा कि हर खराब गेंद को खेलना जरूरी नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या इस बात पर माथापच्ची करने की जरूरत है कि किसने क्या कहा? जो क्रिकेट पिच पर अच्छे रन बनाता है, वह हमेशा खराब गेंदें छोड़ता है। वे लुभाने वाली होती हैं, लेकिन कोशिश नहीं की जातीं। और जो कोशिश करते हैं, उनके लिए आपके पास विकेटकीपर और गली में किसी के दस्ताने होते हैं।’’

भाषा धीरज रंजन

रंजन


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