बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की जीवनी लिखना चाहते थे डॉ. आंबेडकर

बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की जीवनी लिखना चाहते थे डॉ. आंबेडकर

बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की जीवनी लिखना चाहते थे डॉ. आंबेडकर
Modified Date: April 14, 2025 / 07:37 pm IST
Published Date: April 14, 2025 7:37 pm IST

छत्रपति संभाजीनगर, 14 अप्रैल (भाषा) लेखक बाबा भांड ने सोमवार को कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीम राव आंबेडकर, बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की जीवनी लिखना चाहते थे।

भांड ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में 10 अक्टूबर 1950 को आंबेडकर द्वारा सयाजीराव के पोते प्रतापसिंहराव गायकवाड़ को लिखे गए पत्र की सामग्री को शामिल किया है।

उन्होंने बताया, “मैंने यह पत्र पांच वर्ष पहले देखा था। पत्र में बाबासाहेब ने कहा था कि वह दिवंगत महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ की जीवनी लिखने का विचार कर रहे थे। मैंने इस पत्र को अपनी पुस्तक ‘महाराजा सयाजीराव और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर’ में शामिल किया है।”

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आंबेडकर ने पत्र में लिखा, “आप (प्रतापसिंहराव गायकवाड़) इसे अच्छी तरह समझ सकते हैं। उन्होंने (सयाजीराव गायकवाड़) ही मुझे उच्च शिक्षा हासिल करने में मदद की, जिसके कारण मैं सार्वजनिक जीवन में उच्च स्थान पर पहुंच पाया हूं। वह मेरे संरक्षक थे और मेरी किस्मत संवारी। मैं उनका बहुत आभारी हूं, काश मैं उनका यह कर्ज चुका पाता। ऐसा करने का एकमात्र तरीका उनके जीवन के बारे में लिखना है।”

आंबेडकर ने लिखा, “उन्होंने (सयाजीराव गायकवाड़) एक व्यक्ति और एक शासक के रूप में इस देश के इतिहास में एक महान भूमिका निभाई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा अगर ऐसे महान व्यक्तित्व का जीवन बिना किसी अभिलेख के रह जाए।”

भांड ने बताया कि अगर जीवनी लिखी जाती तो महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ और बाबासाहेब आंबेडकर के संबंधों के बारे में अधिक जानकारी मिलती।

भाषा जितेंद्र सुभाष

सुभाष


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