डॉ. आंबेडकर भारत के ‘पहले पुरुष नारीवादी’ थे: कांग्रेस नेता शशि थरूर

डॉ. आंबेडकर भारत के 'पहले पुरुष नारीवादी' थे: कांग्रेस नेता शशि थरूर

डॉ. आंबेडकर भारत के ‘पहले पुरुष नारीवादी’ थे: कांग्रेस नेता शशि थरूर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 pm IST
Published Date: November 19, 2022 7:45 pm IST

पणजी, 19 नवंबर (भाषा) कांग्रेस नेता एवं लेखक शशि थरूर ने शनिवार को यहां कहा कि डॉ. भीम राव आंबेडकर भारत के पहले पुरुष नारीवादी थे, जिन्होंने दशकों पहले ऐसे विचारों का प्रचार किया, जिन्हें वर्तमान पीढ़ी के नेताओं के लिए भी प्रगतिशील माना जा सकता है।

वह यहां गोवा धरोहर उत्सव में एक संवाद कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे।

कांग्रेस सांसद ने अपनी नयी पुस्तक ‘आंबेडकर: ए लाइफ’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘वह (आंबेडकर) शायद भारत के पहले पुरुष नारीवादी थे। 1920, 30, 40 के दशक में उन्होंने भाषण दिए। महिला दर्शक के समक्ष भी भाषण दिए, जिसे आज किसी पुरुष नेता के लिए प्रगतिशील माना जाएगा।’’

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तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘उन्होंने (आंबेडकर ने) महिलाओं से शादी के लिए मजबूर नहीं होने, बच्चे के लिए जल्दबाजी नहीं करने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे अपने पति की बराबरी में खड़े होने का आग्रह किया।’

थरूर ने कहा कि आंबेडकर ने महिला श्रमिकों और मजदूरों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा, ’80-90 साल पहले यह इस व्यक्ति की एक उल्लेखनीय नारीवादी सोच थी।’

वैश्विक स्तर पर भारत की छवि पर एक सवाल के जवाब में थरूर ने कहा कि 1975 में अमेरिका में भारत की छवि खराब थी। उन्होंने कहा, ‘ भारत को एक गरीब देश माना जाता था और लोग इसे सपेरों का देश समझते थे। लेकिन सशस्त्राब्दी की शुरूआत के साथ भारत में सॉफ्टवेयर क्रांति हुई और अचानक भारतीयों के बारे में कल्पना कंप्यूटर विशेषज्ञ के रूप में की जाने लगी।’

भाषा नेत्रपाल सुभाष

सुभाष


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