NHAI के सभी टोल प्लाजा पर 1 दिसंबर से Fastag अनिवार्य, बिना फास्ट टैग के देना होगा डबल टोल

NHAI के सभी टोल प्लाजा पर 1 दिसंबर से Fastag अनिवार्य, बिना फास्ट टैग के देना होगा डबल टोल

NHAI के सभी टोल प्लाजा पर 1 दिसंबर से Fastag अनिवार्य, बिना फास्ट टैग के देना होगा डबल टोल
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: November 23, 2019 11:43 am IST

नई दिल्ली। अगले महीने यादिन 1 दिसंबर से उन गाड़ी मालिकों को इलेक्ट्रॉनिक टोल लेन में घुसने पर दो बार टोल चुकाना होगा, जिनकी गाड़ी पर FASTag नहीं लगा होगा। सरकार 100 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन हासिल करने के लिए यह कदम उठा रही है। परिवहन मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में ऐलान किया था कि 1 दिसंबर से देशभर के नैशनल हाइवे के टोल प्लाजा सभी लेन इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस होंगे, ताकि लोगों पर टोल प्लाजा पर बेवजह समय न गंवाना पड़े।

यह भी पढ़ें —कहीं भी सरकार बनानी है तो शाह से करें संपर्क, महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर व…

क्या है Fastag? इस बार में बता दें कि यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगेगा, जो बैंक अकाउंट या नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलिट से जुड़ा होगा। इससे गाड़ी मालिकों को टोल प्लाजा से गुजरते रुकने की जरूरत नहीं होगी और रकम अकाउंट से अपने आप कट जाएगी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया, ‘हम जैसे जैसे दिसंबर की डेडलाइन की ओर बढ़ रहे हैं, गाड़ी मालिकों को भी FASTags सिस्टम अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। अगर कोई विंडस्क्रीन पर FASTags लगाए बगैर ETC लेन में जाता है तो उसे दो बार टोल चुकाना होगा।’

 ⁠

यह भी पढ़ें — बहुमत साबित करना फडणवीस-अजीत के लिए बड़ी चुनौती, वर्तमान विधानसभा म…

अगर कोई गाड़ी मालिक बगैर FASTag के FASTag लेन से गुजरता है तो उसे दोगुनी फीस वसूली जाएगी। सभी टोल प्लाजा पर डायमेंशनल या ओवर-साइज गाड़ियों की निगरानी के लिए एक हाइब्रिड लेन की मंजूरी दी जाएगी। यहां एक FASTag और अन्य माध्यमों से भुगतान लिया जाएगा। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। अधिकारी ने कहा, ‘यह ऐसा सिस्टम है, जिसे हम सख्ती से लागू करने वाले हैं।’ सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भी पिछले हफ्ते सभी टोल प्लाजा पर 100 प्रतिशत ETC को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए अधिकारी तैनात किए हैं।

यह भी पढ़ें — रविशंकर प्रसाद की दो टूक, सत्ता के लिए समझौता करने वाले शिवाजी की ब…

<iframe width=”892″ height=”502″ src=”https://www.youtube.com/embed/Tq4rCYLP7sk” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com