फतेहपुर जिले में अस्थायी पटाखा बाजार में भीषण आग, 60 से अधिक दुकानें जलकर खाक हुईं

फतेहपुर जिले में अस्थायी पटाखा बाजार में भीषण आग, 60 से अधिक दुकानें जलकर खाक हुईं

  •  
  • Publish Date - October 19, 2025 / 07:21 PM IST,
    Updated On - October 19, 2025 / 07:21 PM IST

कानपुर (उप्र), 19 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में रविवार दोपहर एक अस्थायी पटाखा बाजार में भीषण आग लग गई जिससे 60 से अधिक दुकानें और बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल जलकर खाक हो गईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी जयवीर सिंह ने बताया कि फतेहपुर के एम.जी. कॉलेज मैदान में लगे अस्थायी पटाखा बाजार में दोपहर करीब साढ़े 12 बजे आग लग गई।

उन्होंने कहा, ‘‘आग ने 15 से 20 मिनट के भीतर पूरे बाजार को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान करीब 65 से 70 दुकानें और 24 से अधिक दोपहिया वाहन पूरी तरह जल गए। हालांकि, अब तक किसी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है।’’

उन्होंने बताया कि आग लगने का फिलहाल स्पष्ट कारण पता नहीं चल सका है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि आग संभवत: शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।

इस बीच, व्यापारियों ने दावा किया कि अग्निशमन केंद्र मात्र 200 मीटर की दूरी पर होने के बावजूद दमकलकर्मी आग लगने के लगभग 20 मिनट बाद मौके पर पहुंचे। इस देरी के कारण कई करोड़ रुपये के पटाखे जलकर नष्ट हो गए, और कई लोग मामूली रूप से झुलस गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग तेजी से पटाखों से भरे आस-पास के स्टॉल तक फैल गई, जिससे लगातार धमाके होने लगे और पूरा इलाका थर्रा गया। बाजार में धुएं का गुबार उठने लगा, और दहशत में व्यापारी व ग्राहक जान बचाकर भागने लगे।

स्थानीय व्यापारी सतीश ने बताया, ‘‘आग लगने से लगभग आधे घंटे पहले ही बाजार का उद्घाटन हुआ था। बस 15 मिनट में सब कुछ खत्म हो गया। हम मुश्किल से अपनी जान बचाकर भागे।’’

घटना की सूचना मिलते ही फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह मौके पर पहुंचे।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि आग लगने का सही कारण पता लगाने और नुकसान का आकलन करने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

भारतीय जनता पार्टी की जिला इकाई के अध्यक्ष मुखलाल पाल ने इस घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया और कहा कि दमकलकर्मियों के देर से पहुंचने के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

भाषा सं. सलीम खारी

खारी