इस साल पांच चक्रवाती तूफानों में से चार भीषण तूफान की श्रेणी में थे

इस साल पांच चक्रवाती तूफानों में से चार भीषण तूफान की श्रेणी में थे

इस साल पांच चक्रवाती तूफानों में से चार भीषण तूफान की श्रेणी में थे
Modified Date: November 29, 2022 / 08:52 pm IST
Published Date: December 6, 2020 12:11 pm IST

नयी दिल्ली, छह दिसंबर (भाषा) इस साल बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से पैदा हुए पांच चक्रवाती तूफानों में से चार तूफान भीषण या इससे अधिक गंभीर श्रेणी के थे। इनमें ‘अम्फान’ भी शामिल है जो प्रचंड तूफान में तब्दील हो गया था।

मॉनसून से पहले की अवधि में अरब सागर में और मॉनसून के बाद अक्टूबर से दिसंबर के दौरान बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफानों का बनना असामान्य नहीं है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 1990 से लेकर अब तक हर साल पूर्वी और पश्चिमी तटों पर समुद्रों में (बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में) चार तूफान बनते हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘हर साल पांच तूफान आना सामान्य बात है।’’

इस साल का पहला चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ था। बंगाल की खाड़ी से पैदा हुआ यह तूफान प्रचंड तूफान में बदल गया था। इससे पहले ओडिशा में 1999 में ऐसे तूफान ने तबाही मचाई थी और हजारों लोग मारे गये थे।

हालांकि ‘अम्फान’ कमजोर हो गया था और 19 मई को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकराया।

इसके एक पखवाड़े के भीतर अरब सागर में एक तूफान ने आकार लिया और भीषण तूफान की शक्ल ले ली। इसे ‘निसर्ग’ नाम दिया गया। यह मुंबई के पास अलीबाग में समुद्र तट से टकराया और इससे केरल में एक जून को सामान्य रूप से मॉनसून के आने में मदद मिली।

इनके अलावा तीन तूफान पिछले एक महीने में बने थे इनमें दो बंगाल की खाड़ी में और एक अरब सागर में जन्मा।

इनमें ‘गति’, ‘निवार’ और ‘बुरेवी’ हैं।

भाषा

वैभव उमा

उमा


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