जी राम जी विधेयक: उमर ने गांधी का नाम हटाने पर सवाल उठाया

जी राम जी विधेयक: उमर ने गांधी का नाम हटाने पर सवाल उठाया

जी राम जी विधेयक: उमर ने गांधी का नाम हटाने पर सवाल उठाया
Modified Date: December 20, 2025 / 04:37 pm IST
Published Date: December 20, 2025 4:37 pm IST

श्रीनगर, 20 दिसंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि ‘संशोधित मनरेगा विधेयक’ नुकसानदायक है क्योंकि केंद्र सरकार ने इस योजना का बोझ राज्यों पर डाल दिया है।

अब्दुल्ला ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए नये विधेयक के नाम –

‘विकसित भारत-रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक’ – को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा और इसकी तुलना ‘जी मम्मी जी’ नाम की एक बॉलीवुड फिल्म से की।

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उन्होंने कहा, ‘‘यह नाम कहां से आया? मै माफी चाहता हूं, लेकिन उन्हें किसी विधेयक का नाम सोच-समझकर ही रखना चाहिए। यह मुझे एक पुरानी बॉलीवुड फिल्म ‘जी मम्मी जी’ की याद दिलाता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शायद, कई लोगों ने वह फिल्म नहीं देखी होगी, लेकिन मेरे भांजे ने देखी है। ‘जी राम जी। क्या यह किसी विधेयक का नाम है?’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाना गलत था।

उन्होंने कहा, ‘‘पहले आपने महात्मा गांधी का नाम हटा दिया, जो गलत है। फिर, आपने इस योजना का बोझ राज्यों पर डाल दिया है। इस विधेयक में कई बदलाव हैं जो हमारे जैसे राज्यों को नुकसान पहुंचाएंगे और हमें फायदा नहीं होगा।’’

विपक्ष के इस आरोप पर कि वह दिल्ली में रहते हुए भाजपा की तारीफ करते हैं, अब्दुल्ला ने कहा कि जब केंद्र सरकार कुछ सही करती है तो वह ‘‘उसकी तारीफ करते हैं, लेकिन जब भी कुछ गलत होगा तो वह हमेशा उसे भी बताएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बात यहां और हर जगह कहता हूं। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए राजनीति करते हैं। केंद्र जहां भी मदद करेगा, मैं वहां कहूंगा और जहां भी कोई कमी होगी, मैं उसे भी उठाऊंगा।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि जहां केंद्र ने ‘‘दूसरी चीजों में शिकायत का कोई मौका नहीं छोड़ा है, वहीं जब राज्य का दर्जा देने की बात आती है, तो उन्होंने हमें इसके बारे में शिकायत करने के अलावा कुछ नहीं दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बात यहां और हर जगह कहता हूं। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए राजनीति करते हैं। केंद्र जहां भी मदद करेगा, मैं वहां यह बात कहूंगा, और जहां भी कोई कमी होगी, मैं उसे भी उठाऊंगा।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि जहां केंद्र ने ‘‘दूसरी चीजों में शिकायत का कोई मौका नहीं छोड़ा है, वहीं जब राज्य का दर्जा देने की बात आती है, तो उन्होंने हमें इसके बारे में शिकायत करने के अलावा कुछ नहीं दिया है।’’

भाषा अमित माधव

माधव


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