अमृतसर, तीन दिसंबर (भाषा) अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने पंजाब बाल कल्याण परिषद द्वारा गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता को रद्द करने की बुधवार को मांग की।
गड़गज ने कहा कि यह अत्यंत चिंताजनक है कि केंद्र और पंजाब सरकार दोनों ही सिख सिद्धांतों, भावनाओं और परंपराओं के प्रति बहुत कम गंभीरता या समझ रखती है, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी विभागों के अधिकारी मनमाने और सिख विरोधी निर्देश जारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सिख परंपरायें गुरुओं, उनके परिवारों या साहिबजादों की नकल करने की अनुमति नहीं देती। गुरुओं और साहिबज़ादों से जुड़ा इतिहास शाश्वत सत्य है और इसके प्रचार-प्रसार के लिए ‘फैंसी ड्रेस’ प्रतियोगिताओं की आवश्यकता नहीं है।
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था के जत्थेदार ने कहा कि इन कार्यक्रमों को तत्काल रद्द किया जाए।
पंजाब बाल कल्याण परिषद ने एक आदेश में राज्य के जिलों को चार ‘साहिबजादों’, माता गुजर कौर और बाबा बंदा सिंह बहादुर से संबंधित विषयों पर ‘फैंसी ड्रेस’ प्रतियोगिताएं आयोजित करने का निर्देश दिया है।
गड़गज ने कहा कि छोटे ‘साहिबजादों’ की शहादत को राष्ट्रीय समारोह के तौर पर मनाने के केंद्र का निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा कि इस दिन को आधिकारिक तौर पर ‘साहिबजादे शहादत दिवस’ घोषित किया जाना चाहिए, न कि ‘वीर बाल दिवस’।
उन्होंने कहा कि सरकार को सिख समुदाय पर अपनी शब्दावली थोपने के बजाय सिख भावनाओं, सिद्धांतों और शब्दों का सम्मान करना चाहिए।
भाषा नोमान रंजन
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