दिल्ली में कोरोना वायरस के नये स्वरूप का पता लगाने के लिए जीनोम अनुक्रमण बढ़ाया गया

दिल्ली में कोरोना वायरस के नये स्वरूप का पता लगाने के लिए जीनोम अनुक्रमण बढ़ाया गया

दिल्ली में कोरोना वायरस के नये स्वरूप का पता लगाने के लिए जीनोम अनुक्रमण बढ़ाया गया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:01 pm IST
Published Date: June 18, 2022 6:02 pm IST

नयी दिल्ली,18 जून (भाषा) कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच, दिल्ली ने कोविड के किसी नये स्वरूप का पता लगाने के लिए नमूनों का जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) किये जाने की गति बढ़ा दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

शहर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां साझा किये आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में कोविड के 1,797 नये मामले सामने आए, जो करीब चार महीने में एक दिन की सर्वाधिक संख्या है। शुक्रवार को संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी, जबकि संक्रमण दर बढ़ कर 8.8 फीसदी हो गई।

राज्य सरकार द्वारा संचालित इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बाइलरी साइंसेज (आईलबीएस) में जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला है। उसके पास चार से पांच दिनों में 350 नमूनों का विश्लेषण करने की क्षमता है। संस्थान के एक चिकित्सक ने यह जानकारी दी।

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सूत्रों ने बताया कि 2021 के अंत से पांच जून तक आईएलबीएस ने 5,000 से लेकर 6,000 नमूनों तक की जांच की गई है और उनमे से ज्यादातार में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि 25 से कम सीटी वैल्यू वाले नमूनों की ही जांच की जा सकती है।

एक सूत्र ने बताया, ‘‘हमने अब तक बीए.1 और बीए.2 तथा इसके उप-स्वरूपों का पता लगाया है, लेकिन कोई नया स्वरूप नहीं पाया है। यह जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र में एक नया स्वरूप पाया गया है। कुछ नमूनों के नतीजे अगले कुछ दिनों में आएंगे। ’’

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के कारण उपजी स्थिति का जायजा लेने के लिए नियमित रूप से बैठकें कर रही है।

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल और आईएलबीएस को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे जा रहे नमूनों की संख्या बढ़ी है, लेकिन 25 से कम सीटी वैल्यू वालों का ही अनुक्रमण किया जा सकता है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 दिनों में दिल्ली में कोविड के मामले बढ़े हैं। राज्य में छह जून को 247 मामले सामने आए थे, जबकि 15 जून को 1300 मामले आए थे।

कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच, संक्रमण दर भी सात जून के 1.92 प्रतिशत से बढ़ कर 15 जून को 7.01 प्रतिशत और 17 जून को 8.18 प्रतिशत हो गयी।

भाषा

सुभाष दिलीप

दिलीप


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