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मालवन (महाराष्ट्र), चार दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार सशस्त्र बलों में महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना में रैंक का नाम देश की संस्कृति के अनुसार बदला जाएगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी दूरदर्शिता और युद्ध रणनीति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि 17वीं सदी के मराठा शासक नौसैनिक शक्ति के महत्व को जानते थे।
प्रधानमंत्री मुंबई से लगभग 500 किमी दूर महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के मालवन में आयोजित नौसेना दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम सशस्त्र बलों में महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।’’
मोदी ने इस घोषणा के बाद नौसेना की सराहना की कि कुछ समय के लिए एक महिला अधिकारी नौसेना के जहाज की कमान संभालेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना में रैंक का नाम भारतीय संस्कृति के अनुसार बदला जाएगा।
मोदी ने यह भी घोषणा की कि नौसेना के अधिकारियों द्वारा लगाए जाने वाले ‘एपॉलेट्स’ (वर्दी पर पट्टी, सजावटी चिह्न) में छत्रपति शिवाजी की छवि होगी, जिन्हें देश की पहली आधुनिक नौसेना के निर्माण का श्रेय दिया जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महान मराठा साम्राज्य के संस्थापक देश के लिए नौसैनिक शक्ति के महत्व को जानते थे और उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान मजबूत समुद्री शक्ति का निर्माण किया।
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी से प्रेरणा लेकर भारत गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़कर सभी मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘आज भारत अपने लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित कर रहा है और उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भारत को ‘विश्व मित्र’ के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत बंदरगाह आधारित विकास को अभूतपूर्व सहयोग दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मर्चेंट शिपिंग को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। भारत समुद्र की क्षमता का उपयोग करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।’’
नौसेना दिवस कार्यक्रम से पहले मोदी ने सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा का अनावरण किया। बाद में, मोदी ने तारकर्ली समुद्र तट से भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों, विमानों और विशेष बलों के अभियानगत प्रदर्शन को देखा।
छोटे से तटीय शहर मालवन में भी नौसेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। नौसेना ने अभ्यास में अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत, पनडुब्बी, विमान और हेलीकॉप्टर को शामिल किया।
युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य, आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि, आईएनएस विशाखापत्तनम, आईएनएस चेन्नई, आईएनएस ब्रह्मपुत्र, आईएनएस ब्यास, आईएनएस बेतवा समेत अन्य पोत इस अभ्यास का हिस्सा थे।
नौसेना ने अपनी अभियानगत कौशल और क्षमताओं के प्रदर्शन के दौरान पनडुब्बी खंडेरी, हेलीकॉप्टर चेतक, कामोव 32, सीकाइंड 42बी और डोर्नियर, पी8आई निगरानी और टोही विमान, हल्के लड़ाकू विमान और मिग29के को भी तैनात किया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने नौसेना दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत के समुद्र की सुरक्षा में नौसेना कर्मियों की प्रतिबद्धता कर्तव्य के प्रति उनके अटूट समर्पण और राष्ट्र के प्रति प्रेम का प्रमाण है।
भाषा आशीष नेत्रपाल
नेत्रपाल
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