गुजरात का लक्ष्य ‘नमो लक्ष्मी’ और ‘नमो सरस्वती’ योजनाओं के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना
गुजरात का लक्ष्य 'नमो लक्ष्मी' और 'नमो सरस्वती' योजनाओं के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना
अहमदाबाद, 17 दिसंबर (भाषा) गुजरात ने ‘नमो लक्ष्मी’ और ‘नमो सरस्वती विज्ञान साधना’ योजनाओं के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित किया है ताकि स्कूल छोड़ने की दर को कम किया जा सके और लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा सके। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार ने वित्तीय सहायता को शैक्षणिक प्रोत्साहन के साथ जोड़कर लड़कियों के लिए माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच को बढ़ाया है।
इन पहलों का उद्देश्य विशेष रूप से कक्षा आठ के बाद लड़ियों के स्कूल छोड़ने की दर को कम करना और उन्हें विज्ञान सहित उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना है।
नमो लक्ष्मी योजना 2024 में शुरू की गई, जिसके तहत कक्षा नौवीं से 12 तक की छात्राओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। कक्षा नौवीं में दाखिला लेने वाली और कक्षा 12 तक अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने वाली लड़कियां कुल 50,000 रुपये की सहायता प्राप्त करने के लिए पात्र हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यह योजना उन लड़कियों पर लागू होती है जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय छह लाख रुपये से कम है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस योजना से अब तक 10 लाख से अधिक लड़कियों को लाभ मिल चुका है और लगभग 1,000 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।
नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना कक्षा 11 में विज्ञान विषय चुनने वाले विद्यार्थियों को सहायता प्रदान करती है। लाभार्थियों को दो वर्षों में 25,000 रुपये मिलते हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 15 लाख से अधिक लाभार्थियों को 161 करोड़ रुपये की सहायता राशि मिल चुकी है।
भाषा यासिर प्रशांत
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