स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के बाद की जटिलताओं के संबंध में दस्तावेजीकरण करेगा

स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के बाद की जटिलताओं के संबंध में दस्तावेजीकरण करेगा

स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना के बाद की जटिलताओं के संबंध में दस्तावेजीकरण करेगा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:01 pm IST
Published Date: September 11, 2020 12:54 pm IST

(पायल बनर्जी)

नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के बाद की जटिलताओं के संबंध में आंकड़ों का दस्तावेजीकरण करने की शुरूआत की है जिसके एक हिस्से के रूप में मौजूदा आंकड़ों का इस्तेमाल कर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) देश में स्वस्थ हो चुके मरीजों के बीच टेलीफोनिक सर्वेक्षण कर सकता है।

सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों में मरीजों से कोविड​​-19 के बाद की जटिलताओं के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एक प्रारूप तैयार किया है।

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भारतीय मेडिकल अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) समवर्ती रूप से इसी संबंध में आंकड़े एकत्र करने के लिए रजिस्ट्री विकसित कर रहा है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कुल 35,42,663 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके हैं।

देश के अलावा विदेशों में भी कोविड के बाद सांस, हृदय, तंत्रिका तंत्र संबंधी जटिलताएं, बच्चों में प्रतिरक्षा संबंधी प्रतिक्रियाएं जैसे उदाहरण सामने आए हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि मौजूदा महामारी के मद्देनजर, कोविड-19 के बाद की स्थिति के संबंध में प्रासंगिक आंकड़े एकत्र करना आवश्यक हो जाता है क्योंकि एकत्र होने वाली जानकारी से सार्वजनिक स्वास्थ्य योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।

विशेषज्ञों की एक समिति जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत संयुक्त निगरानी समूह भी कहा जाता है, अभी संभावित जटिलताओं पर एक मार्गदर्शन नोट पर काम कर रही है जिनका सामना स्वस्थ हो चुके मरीजों को करना पड़ सकता है।

यह मार्गदर्शन नोट राज्यों को जारी किया जाएगा ताकि वे इसे अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य इकाइयों के साथ साझा कर सकें।

भाषा

अविनाश नरेश

नरेश


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