Heavy rains continue in Kerala, red alert for 10 districts

Weather Update: प्रदेश के इन 10 जिलों के लिए IMD ने जारी किया रेड अलर्ट, कई हिस्सों में सामने आए भूस्खलन

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि लोगों को बहुत सावधान रहना चाहिए और सभी को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : August 2, 2022/5:03 pm IST

तिरुवनंतपुरम (केरल), केरल में लगातार हो रही बारिश के साथ ही राज्य के कुछ हिस्सों में भूस्खलन और नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की खबरों के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार के लिए दक्षिणी राज्य के 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया। आईएमडी ने इन 10 जिलों में तीन अगस्त के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया है।

केरल के लिए मंगलवार पूर्वाह्न 10 बजे जारी आईएमडी जिला बारिश पूर्वानुमान के अनुसार, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पतनमथिट्टा और कासरगोड को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां दो और तीन अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने पांच अगस्त तक राज्य में व्यापक और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी है।

केंद्रीय मौसम विभाग के विभिन्न मौसम मॉडल, राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र, राष्ट्रीय पर्यावरण पूर्वानुमान केंद्र और ‘यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट’ ने भी कहा कि दिन के दौरान केरल के कई जिलों में व्यापक भारी वर्षा की संभावना है।

आईएमडी द्वारा जारी रेड अलर्ट के मद्देनजर, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि लोगों को बहुत सावधान रहना चाहिए और सभी को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी चेतावनियों का सख्ती से पालन करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

जिला अधिकारियों ने एक विज्ञप्ति में कहा कि लगातार बारिश के कारण कन्नूर जिले में सोमवार रात कई जगहों पर भूस्खलन हुआ जिससे दो लोगों की मौत हो गई। इसमें 45 वर्षीय व्यक्ति और एक ढाई साल की लड़की शामिल है जबकि 55 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति अब भी लापता है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में यातायात पूरी तरह से बाधित है और कलेक्टर ने आज थालास्सेरी तालुकों में व्यावसायिक कॉलेजों सहित शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया है।

केएसईबी (केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) द्वारा संचालित बांधों के दैनिक जलस्तर के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि पांच इडुक्की बांधों- पोनमुडी, कुंडला, कल्लारकुट्टी, इरेटयार और लोअर पेरियार के साथ ही पतनमथिट्टा और त्रिशूर में क्रमश: मुझियार और पोरिंगलकुथु बांध में जलस्तर ‘रेड अलर्ट’ भंडारण स्तर पर पहुंच गया है।

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, पलक्कड़ में सिंचाई विभाग के दो जलाशय – मीनकारा और मंगलम – भारी बारिश के कारण मंगलवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ भंडारण स्तर पर पहुंच गए।

एर्णाकुलम जिले में, दो विदेशियों सहित पर्यटक और कोडनाड हाथी अभयारण्य के पास हाथी पास रिज़ॉर्ट के रिसॉर्ट कर्मचारी मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे पास के पेरियार नदी के बढ़ते जलस्तर के परिणामस्वरूप अचानक बाढ़ के कारण वहां फंस गए थे। जिले के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला गया और पास के एक रिसॉर्ट पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 25 सदस्यीय टीम बारिश से संबंधित बचाव और राहत प्रयासों में सहायता के लिए वहां पहुंच गई है।

एर्णाकुलम जिले के अधिकारियों ने यह भी कहा कि कोच्चि शहर में जलभराव रोकने के लिए कदम उठाने और बचाव एवं निकासी कार्यों की निगरानी के लिए स्थानीय निकायों की एक आपातकालीन कार्रवाई समिति का गठन किया जाएगा।

इस बीच, भारतीय तटरक्षक ने एक विज्ञप्ति जारी करके कहा कि उसका जहाज अर्नवेश उन छह मछुआरों में से दो का पता लगाने और उन्हें बचाने के लिए खोज अभियान चला रहा है, जो सोमवार को त्रिशूर तट पर चेट्टुवा बंदरगाह के पास मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गए थे। इसने कहा कि उनकी नाव पलट गई और उनमें से चार सुरक्षित तट पर पहुंच गए, शेष दो लापता हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है, इसके अलावा, भारतीय तटरक्षक अलाप्पुझा तट के पास मछली पकड़ने वाली दो नौकाओं को भी तत्काल सहायता प्रदान की और नौकाओं को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की कोशिश कर रहा है क्योंकि मछुआरे अपनी नौकाओं को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।

भारी बारिश जारी रहने के कारण, अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और इडुक्की के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है।

सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के बाद 49 राहत शिविर खोले गए हैं और 757 लोगों को वहां स्थानांतरित किया गया है।

कोट्टायम में, एक दिन पहले लापता हुए एक व्यक्ति का शव मंगलवार सुबह जिले के कुट्टीक्कल छप्पत इलाके से बरामद किया गया। यह जानकारी वहां के आपातकालीन अभियान केंद्र ने दी।

त्रिशूर में, चलकुडी नदी का जल स्तर सोमवार देर रात करीब 2 बजे भारी बारिश के कारण लगभग 5 मीटर बढ़ गया। इसके बाद जिला प्रशासन ने नदी के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी।

रेड अलर्ट 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक की भारी से बेहद भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ऑरेंज अलर्ट का मतलब 6 सेंटीमीटर से लेकर 20 सेंटीमीटर की बहुत भारी बारिश है। येलो अलर्ट से आशय 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश से है।