केसीआर को ‘तेलंगाना का जनक’ कैसे कहा जा सकता है : रेवंत रेड्डी

केसीआर को 'तेलंगाना का जनक' कैसे कहा जा सकता है : रेवंत रेड्डी

केसीआर को ‘तेलंगाना का जनक’ कैसे कहा जा सकता है :  रेवंत रेड्डी
Modified Date: March 16, 2025 / 08:11 pm IST
Published Date: March 16, 2025 8:11 pm IST

हैदराबाद, 16 मार्च (भाषा) बीआरएस नेता हरीश राव के पार्टी अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ‘तेलंगाना का जनक’ बताने पर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा कि राव की तुलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से कैसे की जा सकती है।

सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद स्टेशन घनपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रेड्डी ने केसीआर के नाम से मशहूर के चंद्रशेखर राव के भतीजे हरीश राव की टिप्पणियों का उल्लेख किया।

हरीश राव ने कहा था कि केसीआर ने तेलंगाना राज्य गठन के लिए किए गए संघर्ष के कारण ‘तेलंगाना के जनक’ के रूप में अपनी पहचान बनाई, जबकि रेवंत रेड्डी को ‘गंदी भाषा के जनक’ के रूप में जाना जाने लगा।

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हरीश राव ने शनिवार को राज्य विधानसभा में केसीआर के खिलाफ मुख्यमंत्री के आरोपों पर आपत्ति जताई।

हरीश राव की टिप्पणी की आलोचना करते हुए रेवंत रेड्डी ने कहा कि महात्मा गांधी ने सादा जीवन जिया, आश्रमों में रहे और गुजरात में शराबबंदी के पीछे की प्रेरणा भी वही थे।

उन्होंने कहा, ‘गांधीजी दलितों के उत्थान के लिए काम करते थे, जबकि केसीआर सैकड़ों एकड़ में बने फार्महाउस में रहते हैं। तुलना के लिए कुछ तो आधार होना चाहिए।’

भाषा

शुभम पारुल

पारुल


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