भारत में करीब सात महीनों में कोविड-19 के सबसे कम 12,584 नए मामले आए सामने

भारत में करीब सात महीनों में कोविड-19 के सबसे कम 12,584 नए मामले आए सामने

  •  
  • Publish Date - January 12, 2021 / 07:10 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:13 PM IST

नयी दिल्ली, 12 जनवरी (भाषा) भारत में करीब सात महीने में 24 घंटे में कोविड-19 के सबसे कम 12,584 नए मामले सामने आए और इसके साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,04,79,179 हो गए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 167 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,51,327 हो गई।

आंकड़ों के अनुसार कुल 1,01,11,294 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.49 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.44 प्रतिशत है।

देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या तीन लाख से कम है। अभी कुल 2,16,558 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। यह कुल मामलों का 2.07 प्रतिशत है।

भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।

भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 11 जनवरी तक कुल 18,26,52,887 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। उनमें से 8,97,056 नमूनों की जांच सोमवार को की गई।

आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 167 और लोगों की मौत वायरस से हुई है। उनमें से महाराष्ट्र के 40, केरल के 20, पश्चिम बंगाल के 16, छत्तीसगढ़ के 15 और दिल्ली के 13 लोग शामिल थे।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में वायरस से अभी तक कुल 1,51,327 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतको में से महाराष्ट्र के 50,101, तमिलनाडु के 12,228, कर्नाटक के 12,144, दिल्ली के 10,691, पश्चिम बंगाल के 9,957, उत्तर प्रदेश के 8,504, आंध्र प्रदेश के 7,131 और पंजाब के 5,447 लोग शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।

मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

भाषा निहारिका शाहिद

शाहिद