भारत ने मोदी की ओमान यात्रा के दौरान व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर आशा व्यक्त की

भारत ने मोदी की ओमान यात्रा के दौरान व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर आशा व्यक्त की

भारत ने मोदी की ओमान यात्रा के दौरान व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर आशा व्यक्त की
Modified Date: December 13, 2025 / 12:15 am IST
Published Date: December 13, 2025 12:15 am IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओमान यात्रा के दौरान एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर ‘‘बहुत आशावादी’’ है।

मोदी सोमवार से शुरू होने वाली चार दिवसीय यात्रा के दौरान जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान जाएंगे, जिसका उद्देश्य इन तीनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है, खासकर व्यापार और रक्षा क्षेत्रों में।

प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के तीसरे चरण के तहत 17 से 18 दिसंबर तक ओमान का दौरा करेंगे।

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प्रेसवार्ता में यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी की यात्रा के दौरान प्रस्तावित भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण चटर्जी ने कहा, ‘‘हम सभी इसके बारे में बहुत आशावादी हैं। दोनों पक्षों की टीम इसे जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें यहां पूरा विश्वास है कि यदि इस यात्रा के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर हो जाते हैं, तो इससे भारत तथा ओमान के बीच आर्थिक संबंध और भी मजबूत होंगे। और यह भारत-ओमान व्यापार एवं वाणिज्यिक संबंधों के इतिहास में एक नया अध्याय खोलेगा।’’

चटर्जी ने उन खबरों के बारे में पूछे गए एक सवाल का भी जवाब दिया कि ओमान भारत को जगुआर लड़ाकू विमानों के कलपुर्जे आपूर्ति करने के लिए उत्सुक है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम आपको सूचित कर सकते हैं कि रिपोर्ट के कुछ तत्व पूरी तरह से सही नहीं हैं। ओमान की रॉयल एयर फोर्स पहले जगुआर जेट विमानों का संचालन करती थी, लेकिन उन्हें कुछ समय पहले सेवा से हटा दिया गया था।’’

चटर्जी ने कहा, ‘‘उनके पास इन विमानों के कई अतिरिक्त पुर्जे हैं जिन्हें वे निकट भविष्य में हमें हस्तांतरित करने के इच्छुक हैं। और हमें उम्मीद है कि इन अतिरिक्त पुर्जों की आपूर्ति आने वाले दिनों में हो जाएगी।’’

चटर्जी ने कहा कि व्यापार और निवेश संबंध भारत तथा ओमान के संबंधों के प्रमुख स्तंभ हैं और 2024-2025 के लिए द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा 10.61 अरब अमेरिकी डॉलर है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और ओमान में स्थापित कई संयुक्त उद्यमों से स्पष्ट होता है कि द्विपक्षीय निवेश प्रवाह भी मजबूत रहा है। ओमान में कई भारत-ओमान संयुक्त उद्यम मौजूद हैं, जो देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में योगदान दे रहे हैं।’’

अपनी यात्रा के पहले चरण में, मोदी 15 से 16 दिसंबर तक शाह अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन के निमंत्रण पर जॉर्डन का दौरा करेंगे, जहां वह द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण दायरे की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

मोदी जॉर्डन में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री ऐतिहासिक शहर पेट्रा का भी दौरा करेंगे, जिसके भारत के साथ प्राचीन व्यापारिक संबंध हैं।

जॉर्डन से मोदी 16 से 17 दिसंबर तक दो दिवसीय यात्रा पर इथियोपिया जाएंगे। पूर्वी अफ्रीकी देश की यह मोदी की पहली यात्रा होगी।

अदीस अबाबा में मोदी इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर व्यापक बातचीत करेंगे।

विदेश मंत्रालय में सचिव (दक्षिण) नीना मल्होत्रा ​​ने कहा, ‘‘यह दौरा अर्थव्यवस्था, व्यापार, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने में भी मदद करेगा।’’

उन्होंने कहा, “आर्थिक मोर्चे पर, व्यापार में विविधता लाने, संपर्क बढ़ाने और बुनियादी ढांचे, आईटी, खनन, कृषि और विनिर्माण में निवेश के नए अवसरों की पहचान करने पर चर्चा केंद्रित होने की उम्मीद है।”

भाषा नेत्रपाल

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