भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के तहत छह टन दवा भेजी

भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के तहत छह टन दवा भेजी

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  • Publish Date - June 30, 2022 / 10:57 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:57 PM IST

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) भारत ने युद्ध से प्रभावित अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के तहत छह टन आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की है और इसे काबुल स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल को सौंपा गया है। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘भारत ने अफगानिस्तान को चिकित्सा सहायता के तहत आज सातवीं खेप की आपूर्ति की जिसमें छह टन आवश्यक दवाएं शामिल हैं। यह भारत की ओर से जारी मानवीय सहायता का हिस्सा है। इसे काबुल स्थित इंदिरा गांधी अस्पताल को सौंपा गया है।’’

इसने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से अफगानिस्तान के लोगों की मदद करने की अपील के मद्देनजर भारत अब तक सात खेप में 20 टन दवाओं की आपूर्ति कर चुका है जिसमें जीवनरक्षक दवा, टीबी रोधी दवा, कोविड रोधी टीके की पांच लाख खुराक शामिल हैं।

मंत्रालय ने कहा कि दवाओं की खेप विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और इंदिरा गांधी बाल अस्पताल, काबुल को सौंपा गई है।

बयान में कहा गया कि अफगानिस्तान में हाल में आए भयावह भूकंप के मद्देनजर सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाते हुए भारत ने दो विमानों से करीब 28 टन राहत सामग्री की आपूर्ति थी। मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा भारत अब तक 35 हजार मीट्रिक टन गेहूं के रूप में खाद्यान्न सहायता पहुंचा चुका है।

भारत की ओर से भेजी गई राहत सहायता में परिवार के उपयोग संबंधी टेंट, सोने के लिए उपयोग में आने वाले बैग, कंबल, चटाई सहित अन्य आवश्यक सामग्री शामिल है।

गौरतलब है कि पूर्वी अफगानिस्तान में हाल में आए भूकंप में 1,000 लोगों की मौत हो गई और 1,500 अन्य घायल हुए थे।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, ये राहत सतायता संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय के कार्यालय (यूएनओसीएचए), संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी), अफगानिस्तान की रेड क्रीसेंट सोसाइटी को सौंपी गई है।

बयान के अनुसार, इसके अलावा भारत, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर अफगानिस्तान को और चिकित्सा सहायता एवं गेहूं की आपूर्ति करने की प्रक्रिया में है।

उल्लेखनीय है कि हाल में मानवीय सहायता की प्रभावी ढंग से आपूर्ति करने एवं अफगानिस्तान के लोगों के साथ जारी संपर्कों की करीबी निगरानी एवं समन्वय के प्रयासों के मद्देनजर एक भारतीय तकनीकी दल काबुल में तैनात किया गया है।

भाषा दीपक शोभना नेत्रपाल

नेत्रपाल