Board Result: हाईस्कूल एग्जाम में प्रियांशी रावत ने किया टॉप, मिले 500 में से 500 नंबर

उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा की टॉपर प्रियांशी ने प्राप्त किए 500 में से 500 अंक

  •  
  • Publish Date - April 30, 2024 / 11:23 PM IST,
    Updated On - April 30, 2024 / 11:27 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा मंगलवार को घोषित परिणामों में हाईस्कूल यानी 10वीं में प्रियांशी रावत ने 500 में से 500 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। इंटरमीडिएट यानी 12वीं में पीयूष खोलिया और कंचन जोशी 500 में 488 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रहे। बोर्ड के अध्यक्ष महावीर सिंह बिष्ट ने नैनीताल जिले के रामनगर में स्थित मुख्यालय में परिणाम घोषित किया। बिष्ट ने बताया कि इस बार इंटरमीडिएट में 82.63 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए और 10 वीं में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 89.14 रहा।

Read More: मस्जिद में बंदूक लेकर घुसा शख्स, छह नमाज़ियों को मारी गोली, मचा हड़कंप 

प्रियांशी पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट के एक विद्यालय की छात्रा है जबकि खोलिया अल्मोड़ा के रानीधाम के और कंचन हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा के एक विद्यालय की छात्रा है। हाईस्कूल में 85.59 प्रतिशत लड़के और 92.54 प्रतिशत लड़कियां उत्तीर्ण हुईं । इंटरमीडिएट में 78.97 प्रतिशत लड़के और 85.96 प्रतिशत लड़कियां उत्तीर्ण हुईं।

Read More: Mouni Roy Hot Photo: गोल्डन ड्रेस में सोने सी चमकती नजर आईं बॉलीवुड की ये खूबसूरत एक्ट्रेस, देखें प्रिटी तस्वीरें… 

पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग शहर में रह रही प्रियांशी ने बताया कि स्कूल से आने के बाद वह हर रोज चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थी। उसके पिता एक व्यवसायी तथा मां एक विद्यालय में शिक्षिका हैं । जीवन के लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर प्रियांशी ने कहा कि वह भविष्य में भारतीय वायु सेना में अधिकारी बनना चाहती हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह उनके कठिन परिश्रम और लगन का प्रतिफल है । सोशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में धामी ने उम्मीद जताई कि छात्र आने वाले समय में राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे ।

Read More: मई महीना शुरू होते ही इन राशि वालों की किस्मत, सूर्य देव की कृपा से बरसेगा बंपर पैसा, हर काम में मिलेगी सफलता 

मुख्यमंत्री ने परीक्षा में असफल रहे गए विद्यार्थियों से निराश न होने को कहा तथा उनके अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे बच्चों पर दवाब बनाने के बजाय उनका साथ दें। उन्होंने कहा, ‘‘यह जीवन में सफलता का आखिरी मापदंड नहीं है। आप सभी पूर्ण मनोयोग से और अधिक मेहनत के साथ प्रयास कर सफलता को प्राप्त कर सकते हैं।’’

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो