Indian Army Diet: भारतीय सेना की थाली में 50 साल बाद होगा बदलाव, इन अनाजों को किया जाएगा शामिल

Indian Army Diet: भारतीय सेना की थाली में 50 साल बाद होगा बदलाव, इन अनाजों को किया जाएगा शामिल! Indian Army Diet will Change

Indian Army Diet: भारतीय सेना की थाली में 50 साल बाद होगा बदलाव, इन अनाजों को किया जाएगा शामिल
Modified Date: March 27, 2023 / 09:33 am IST
Published Date: March 27, 2023 9:33 am IST

नई दिल्लीः Indian Army Diet will Change  सीमा पर देश की रक्षा करने वाले जवानों को 50 साल बाद बड़ी सौगात मिलने वाली है। दरअसल सेना के जवानों को परोसी जाने वाली थाली में 50 साल बाद बड़ा बदलाव होने वाला है। बताया जा रहा है कि थाली में अब कुछ नए मोटे अनाज को जोड़ा जाएगा।

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Indian Army Diet will Change  मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना की थाली में बाजरा, ज्वार और रागी को जोड़ा जाएगा। बताया जा रहा है कि अच्छे रिजल्ट आने पर अन्य मोटे अनाज को भी शामिल किया जाएगा। फिलहाल, थाली में 75ः परंपरागत अनाज यानी गेहूं और चावल रहेगा। सेना के सभी समारोह, बड़े खाने व कैंटीनों में मोटे अनाज का इस्तेमाल करना होगा। छावनियों में बनी कैंटीनों में इसका अलग से काउंटर बनेगा। सेना प्रवक्ता कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि जवानों और अफसरों को अपने घरों में भी मोटे अनाज के इस्तेमाल के बारे में प्रेरित किया जाएगा। सेना के बाद अर्द्ध सैन्य बलों में भी यह व्यवस्था लागू होगी।

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सेना के जवानों और अफसर मोटे अनाज को रुचि से खाएं, इसके लिए फौज के रसोइयों को विशेष रूप से ट्रेनिंग भी दिलाई जा रही है। ट्रेनिंग में रसोइयों को बताया जा रहा है कि ज्वार, बाजरा और रागी से नाश्ते, खाने और मिठाई में क्या-क्या बनाया जा सकता है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि 1972 से पहले सेना में मोटा अनाज ही परोसा जाता था। इसके बाद गेहूं और चावल की सप्लाई होने लगी।

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संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज (मिलेट) वर्ष घोषित किया है। इसका प्रस्ताव भारत ने दिया था। 72 देश इसका समर्थन कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहल करते हुए 20 दिसंबर 2022 को संसद में अन्य सांसदों के साथ मोटे अनाज से बना भोजन खाया था। भारत इस वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर 22 तक करीब 1.04 लाख मीट्रिक टन मोटे अनाज का निर्यात भी कर चुका है।

 

 

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