इंडिगो के सीओओ और विमानन अधिकारी संसदीय समिति के सामने पेश हुए
इंडिगो के सीओओ और विमानन अधिकारी संसदीय समिति के सामने पेश हुए
नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) हाल ही में विमान सेवाओं में आई बाधाओं की पड़ताल कर रही एक संसदीय समिति ने इंडिगो द्वारा बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द किए जाने की जिम्मेदारी बुधवार को तय करने की बुधवार को कोशिश की। इस दौरान इंडिगो के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) इसिड्रो पोर्केरास और वरिष्ठ विमानन अधिकारी समिति के समक्ष पेश हुए।
हालांकि, सूत्रों के अनुसार, समिति को एयरलाइन और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा दिए गए जवाब टालमटोल भरे और असंतोषजनक लगे।
सूत्रों ने कहा कि जद (यू) नेता संजय झा की अध्यक्षता वाली परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी संसदीय समिति फिलहाल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची और उसने देश भर के विभिन्न हवाई अड्डों पर हजारों यात्रियों के फंसे रहने की वजह बनी अराजकता के लिए जिम्मेदारी तय करने से पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जांच रिपोर्ट का इंतजार करने का फैसला किया।
सूत्रों के अनुसार, कुछ सांसदों ने सवाल उठाया कि क्या संशोधित उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) नियमों के लागू होने के बाद मंत्रालय ऐसी स्थिति के लिए तैयार नहीं था या इंडिगो ने नए नियमों से छूट पाने के लिए दबाव बनाने की रणनीति अपनाई थी।
एक सूत्र ने बताया कि इंडिगो और डीजीसीए के प्रतिनिधियों के जवाब ‘‘टालमटोल वाले और असंतोषजनक’’ थे और उन्होंने जिम्मेदारी लेने के बजाय तकनीकी समस्याओं पर दोष मढ़ने की कोशिश की।
मंत्रालय ने व्यापक परिचालन व्यवधानों के कारणों की समीक्षा के लिए चार-सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसकी रिपोर्ट 28 दिसंबर को पेश किए जाने की उम्मीद है।
इंडिगो के सीओओ के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम ने विमानन कंपनी का प्रतिनिधित्व किया, जबकि नागर विमानन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने मंत्रालय और डीजीसीए की टीम का नेतृत्व किया।
लगभग चार घंटे चली इस बैठक में एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, आकाशा और स्पाइसजेट के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
भाषा अविनाश सुरेश
सुरेश

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