कोलकाता, तीन फरवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम ने शुक्रवार को आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी के उन आरोपों को ‘निराधार’ बताया, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म को राजनीति के साथ मिलाते हैं, उन्हें राजनीति में नैतिक आचरण पर दूसरों को व्याख्यान नहीं देना चाहिए।
सिद्दीकी, 17 अन्य आईएसएफ कार्यकर्ताओं के साथ, वर्तमान में यहां के एस्प्लेनेड इलाके में 21 जनवरी को हुई झड़प में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में पुलिस हिरासत में है।
हाकिम ने कहा, “यह आरोप कि हम सत्ता की मशीनरी के माध्यम से एकमात्र आईएसएफ विधायक को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, यह निराधार है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 217 विधायकों की पार्टी है, उसे आईएसएफ विधायक की परवाह क्यों होगी?”
पुलिस द्वारा ले जाते समय सिद्दीकी ने संवाददाताओं से कहा था कि राज्य सरकार उन्हें निशाना बना रही है, क्योंकि उसे अपना धार्मिक वोट बैंक खोने का डर है।
उनके समर्थकों ने तब से इसी तरह के दावे किए हैं।
हाकिम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “अगर कोई राजनीति में है, तो उसे एक नेता की तरह काम करना चाहिए। इसी तरह, अगर वह एक धार्मिक नेता है, तो उसे बस वही रहना चाहिए।”
बाद में, उन्होंने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आईएसएफ की सहयोगी वाम मोर्चा पर भाजपा का एजेंट होने का भी आरोप लगाया।
भाषा जितेंद्र दिलीप
दिलीप
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