Jammu Landslide Today: फिर से लैंडस्लाइड की घटना.. एक ही परिवार के 7 लोगों की दबकर दर्दनाक मौत, बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
इस हादसे में मरने वाले अन्य लोगों की पहचान बिलाल अहमद पुत्र नज़ीर अहमद, 13 वर्ष, मोहम्मद मुस्तफा पुत्र नज़ीर अहमद, 11 वर्ष, मोहम्मद आदिल पुत्र नज़ीर अहमद, 8 वर्ष, मोहम्मद मुबारक पुत्र नज़ीर अहमद, 6 वर्ष और मोहम्मद वसीम पुत्र नज़ीर अहमद, 5 वर्ष के रूप में हुई है।
Jammu Landslide Today || Image- All india radio news
- रियासी में भीषण भूस्खलन की घटना
- एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत
- मकान दबने से हुई दर्दनाक त्रासदी
Jammu Landslide Today: श्रीनगर: हिमालय की तलहटी पर बसे राज्यों में प्राकृतिक आपदाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दिनों जम्मू के मशहूर वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन की घटना समें आई थी। इसकी जद में आकर 34 लोगों की मौत हो गई थी। इसी तरह की घटनाएं हिमाचल प्रदेश में भी देखी गई है। महज एक हफ्ते के भीतर ही यहां भी एक दर्जन लोग अपनी जान गँवा चुके है। इस बीच फिर से हिमालय की जमीन दरकने की ख़बरें आ रही है।
सभी मृतक एक ही परिवार से
जानकारी के मुताबिक़ जम्मू-कश्मीर के जिला रियासी के अंतर्गत बदड़ माहौर में भूस्खलन हुआ है। हादसे की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि भूस्खलन से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया, उसमें एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी और उनके पांच बच्चे हैं। मृतकों की पहचान नजीर अहमद व उसकी पत्नी वजीरा बेगम के रूप में हुई है।
Jammu Landslide Today: इस हादसे में मरने वाले अन्य लोगों की पहचान बिलाल अहमद पुत्र नज़ीर अहमद, 13 वर्ष, मोहम्मद मुस्तफा पुत्र नज़ीर अहमद, 11 वर्ष, मोहम्मद आदिल पुत्र नज़ीर अहमद, 8 वर्ष, मोहम्मद मुबारक पुत्र नज़ीर अहमद, 6 वर्ष और मोहम्मद वसीम पुत्र नज़ीर अहमद, 5 वर्ष के रूप में हुई है।
#WATCH | Rajouri, J&K: The Jammu-Srinagar National Highway (NH-44) is currently closed due to multiple damages caused by landslides and falling rocks resulting from heavy rainfall. pic.twitter.com/7sKmLdW6fd
— ANI (@ANI) August 30, 2025
उत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जम्मू कश्मीर समेत उत्तर भारत के दूसरे राज्यों में आज भारी बारिश की आशंका जाहिर की है। (आईएमडी) ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह-3डी रिपीट (इनसैट 3डीआर) इन्फ्रा-रेड इमेजरी पश्चिम जम्मू और कश्मीर पर बादलों के घनेपन और तेज बारिश की संभावनाओं को दिखा रही है।
बादलों का यह संवहन उत्तराखंड , उत्तर प्रदेश , राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, असम, मेघालय, मिजोरम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी देखा जा सकता है। आईएमडी ने उपग्रह की तस्वीरें शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, “इनसैट 3डीआर सैटेलाइट इन्फ्रा-रेड इमेजरी पश्चिम जम्मू और कश्मीर, दक्षिण-पूर्व उत्तराखंड , पूर्वी उत्तर प्रदेश , राजस्थान, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, पूर्वी असम, मेघालय, मिजोरम, उत्तरी तटीय ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में तीव्र से बहुत तीव्र संवहन दिखाती है।”
आईएमडी ने एक्स पर लिखा, ” पूर्वी जम्मू और कश्मीर , उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तरी बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, गंगीय पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप क्षेत्र में मध्यम से तीव्र संवहन।”
आईएमडी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश भारी बारिश के बीच आपदाओं से जूझ रहे हैं। अगले सात दिनों के दौरान उत्तराखंड , पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है।
30 अगस्त से 2 सितंबर के दौरान जम्मू-कश्मीर , हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, 31 अगस्त और 1 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान में, 1 और 2 सितंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में और 30-31 अगस्त के दौरान हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इसी तरह 30 अगस्त से 2 सितंबर के दौरान उत्तराखंड, 30 अगस्त को पंजाब, 1 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश की सम्भावना जताई गई है।
आईएमडी ने कहा कि शनिवार सुबह 11:20 बजे तक हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला और सिरमौर जिलों और उत्तराखंड के अल्मोडा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, पौडी गढ़वाल, नैनीताल, टेहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ जिलों के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।

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