झारखंड : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी के कथित दुरुपयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

झारखंड : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी के कथित दुरुपयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

झारखंड : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी के कथित दुरुपयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
Modified Date: December 17, 2025 / 10:04 pm IST
Published Date: December 17, 2025 10:04 pm IST

रांची, 17 दिसंबर (भाषा) दिल्ली की एक अदालत द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को राहत दिए जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और केंद्र एवं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

पार्टी के झंडे थामे प्रदर्शनकारी भाजपा के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और केंद्र की भाजपा-नीत सरकार से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की।

भाजपा ने अपने कार्यालय के बाहर हुए प्रदर्शन पर आपत्ति जताई।

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कांग्रेस के झारखंड इकाई के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि दिल्ली की एक अदालत द्वारा इस मामले में दोनों नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसी के धन शोधन के आरोप पर संज्ञान लेने से इनकार किए जाने के बाद सत्य की जीत हुई है।

कमलेश ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी पर हमला कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘अब केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को ईडी के माध्यम से अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए राष्ट्र से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।’

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच अन्य को राहत देते हुए दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर धनशोधन के आरोप पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया।

अदालत ने कहा कि ईडी की जांच किसी प्राथमिकी के आधार पर नहीं, बल्कि एक निजी शिकायत से शुरू हुई थी।

कांग्रेस के झारखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, “दिल्ली की एक अदालत के फैसले से यह उजागर हो गया है कि केंद्र सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग कर रही है। हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वह कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग बंद करे। अन्यथा जनता उन्हें इसका सबक सिखाएगी।”

इस बीच, कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि पार्टी ने 20 साल पुरानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना को बदलने वाले विधेयक के विरोध में सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने का अपना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया है।

भाजपा के राज्य इकाई के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

मरांडी ने एक बयान में कहा, “कांग्रेस उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के फैसलों पर न्यायपालिका का विरोध करती है। आज वह राउज एवेन्यू अदालत के फैसले को लेकर जनता को गुमराह कर रही है। इस मामले में पार्टी निराधार बयानबाजी करके भ्रष्टाचार को छिपाना चाहती है।”

उन्होंने राज्य की राजधानी में विपक्षी पार्टी के कार्यालय के बाहर हुए प्रदर्शन पर भी आपत्ति जताई।

उन्होंने आरोप लगाया, “लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठन को विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है। लेकिन जिस तरह से कांग्रेस नेता भाजपा के प्रदेश कार्यालय के गेट पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे, उससे यह स्पष्ट हो जाता है कि पुलिस प्रशासन राज्य सरकार का एक औजार बन गया है।”

कांग्रेस राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन की एक घटक दल है।

मरांडी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि प्रशासन द्वारा बैरिकेड लगाए जाने के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा मुख्यालय के गेट तक कैसे पहुंचने दिया गया।

उन्होंने कहा, “मैं इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं। राज्य सरकार को ऐसे पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”

भाषा

राखी प्रशांत

प्रशांत


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