अधिकतम उम्र में छूट से जुड़े विवाद के बीच जेकेपीएससी ने संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया
अधिकतम उम्र में छूट से जुड़े विवाद के बीच जेकेपीएससी ने संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया
जम्मू/श्रीनगर, सात दिसंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) द्वारा रविवार को संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीईई) का आयोजन किया गया, जिसमें निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर हजारों अभ्यर्थी पहुंचे।
बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने और अधिकतम आयु सीमा को लेकर विवाद के बीच परीक्षा को स्थगित करने की मांग को नजरअंदाज कर अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
सीसीई की परीक्षा निर्धारित समय पर सुबह 10 बजे शुरू हुई, जिससे अधिकतम आयु सीमा में छूट की मांग को लेकर लोक भवन और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार के बीच तनाव के मद्देनजर अंतिम समय में बनी अनिश्चितता समाप्त हो गई।
निर्वाचित सरकार, राजनीतिक दलों और अभ्यर्थी परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। जबकि लोक भवन ने इस बात पर बल दिया है कि इसमें देरी नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति को असाधारण बताते हुए शनिवार को जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) के अध्यक्ष को पत्र लिखा।
अब्दुल्ला ने अपने पत्र में कहा कि उड़ान सेवाओं में जारी व्यवधान के कारण यात्रा में व्यापक अव्यवस्था पैदा हो गई है और अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु में छूट को मंजूरी देने में लोक भवन की ‘देरी’ से उत्पन्न ‘मौजूदा अनिश्चितता’ के कारण यह और भी जटिल हो गई है।
हालांकि, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस दावे का खंडन किया कि लोकभवन के कारण देरी हुई है।
उपराज्यपाल सिन्हा ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस पत्र का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने उसी दिन दो दिसंबर को फाइल लौटा दी थी, जिसमें पूछा गया था कि यदि अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाती है तो निर्धारित तिथि पर परीक्षा आयोजित करने की संभावना क्या है। लेकिन, इस संबंध में सरकार की ओर से कोई अनुवर्ती कार्रवाई नहीं हुई।
पोस्ट में कहा गया है कि जेकेपीएससी ने 22 अगस्त को परीक्षा के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था और परीक्षा सात दिसंबर को होनी थी।
आयोग ने सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष, आरक्षित या सेवारत अभ्यर्थियों के लिए 34 वर्ष तथा शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 35 वर्ष निर्धारित की थी।
हालांकि, सरकार ने छूट देकर अधिकतम आयु सीमा सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए 35 वर्ष, आरक्षित या सेवारत अभ्यर्थियों के लिए 37 वर्ष और शारीरिक रूप से दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 38 वर्ष करने की मांगी थी।
जम्मू में अपने निर्धारित केंद्र के बाहर प्रतीक्षा कर रही छात्रा अभिनंदनी गुप्ता ने कहा, ‘‘ यह परीक्षा हममें से बहुतों के लिए एक सपना है। हमें उम्मीद थी कि इसमें उम्र में छूट जरूर मिलेगी।’’
भाषा रवि कांत रवि कांत संतोष
संतोष

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