जुबली हिल्स उपचुनाव: बीआरएस का मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप, अधिकारियों ने खारिज किया
जुबली हिल्स उपचुनाव: बीआरएस का मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप, अधिकारियों ने खारिज किया
हैदराबाद, 13 अक्टूबर (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने सोमवार को आरोप लगाया कि पार्टी के आंतरिक क्षेत्र-स्तरीय सत्यापन से मतदाता सूची में हेरफेर का पता चला है।
पार्टी ने कहा कि इसमें विशेष रूप से ‘हजारों मतदाताओं को अवैध रूप से शामिल करना’ है जिनके वास्तविक निवास जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र के बाहर हैं।
तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में पार्टी ने आरोप लगाया कि इन लोगों का पंजीकरण बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) और राजस्व अधिकारियों द्वारा उचित जांच या सत्यापन के बिना किया गया है, जो मिलीभगत या घोर लापरवाही का संकेत देता है।
जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होना है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) विधायक मगंती गोपीनाथ का इस वर्ष जून में हृदयाघात से निधन होने के कारण जुबली हिल्स सीट रिक्त हुई है।
बीआरएस ने आरोप लगाया, ‘इन कदाचारों का पैमाना और प्रकृति लोकतंत्र का गहरा मजाक और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांत पर एक बुनियादी हमला है। ये कार्रवाइयां स्पष्ट रूप से जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदाता आधार को बढ़ाने के लिए की गई हैं।’
पार्टी ने उन विशिष्ट मकान नंबरों का उल्लेख किया है जहां उसका मानना है कि मतदाताओं को अवैध रूप से शामिल किया गया था।
आरोपों को खारिज करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वे नाम 2023 के तेलंगाना राज्य विधानसभा चुनावों और पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची का हिस्सा थे।
डीईओ ने कहा, ‘उपर्युक्त पतों पर कोई नया नामांकन नहीं किया गया… संक्षेप में यह देखा गया है कि 2023 के बाद से उपरोक्त मकान संख्या में मतदाताओं की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह आरोप कि ये नए नामांकित मतदाता हैं, पूरी तरह से झूठ है।’
भाषा शुभम रंजन
रंजन

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