5000 साल पुराने सेंगोल की स्थापना से खुश हुए कमल हासन और रजनीकांत, तारीफ करते हुए कही ये बात
5000 साल पुराने सेंगोल की स्थापना से खुश हुए कमल हासन और रजनीकांत:Kamal Haasan and Rajinikanth are happy with the setting of Sengol
Kamal Haasan and Rajinikanth are happy with the setting of Sengol
Kamal Haasan and Rajinikanth are happy with the setting of Sengol : नई दिल्ली। पीएम मोदी ने आज देश को नया संसद भवन सौंप दिया है। इस ऐतिहासिक मौके पर तमिलनाडु के अधीनम द्वारा पीएम मोदी को सेंगोल सेंगोल सौंपा गया, जिसे नए संसद भवन में स्थापति किया गया। वहीं, सेंगौल हाथा में लेते ही पीएम मोदी पे उसे साष्टांग प्रणाम किया और वहां मौजूद साधुओं का आशीर्वाद लिया। उद्घाटन के समारोह के दौरान लगभग एक घंटे पूजा चली और पूरा भवन वैदिक मंत्रोच्चार से गूंज उठा। इस मौके पर पीएम मोदी के साथ लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला मौजूद था। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन श्रमिकों का सम्मान किया जिन्होंने इस नई इमारत को बनाने में अपना योगदान दिया।
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सेंगोल की स्थापना को लेकर रजनीकांत ने क्या कहा
Kamal Haasan and Rajinikanth are happy with the setting of Sengol : रजनीकांत ने शनिवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘तमिल सत्ता का पारंपरिक प्रतीक ‘राजदंड’ भारत के नए संसद भवन में चमकेगा। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद, जिन्होंने तमिलों को गौरवान्वित किया हार्दिक शुभकामनाएं और धन्यवाद।
இந்திய நாட்டின் புதிய பாராளுமன்றக் கட்டடத்தில் ஜொலிக்கப் போகும் தமிழர்களின் ஆட்சி அதிகாரத்தின் பாரம்பரிய அடையாளம் – செங்கோல்.#தமிழன்டா
தமிழர்களுக்குப் பெருமை சேர்த்த மதிப்பிற்குரிய பாரதப்பிரதமர் @narendramodi அவர்களுக்கு என் மனமார்ந்த நன்றி.
— Rajinikanth (@rajinikanth) May 27, 2023
कमल हासन ने की तारीफ
Kamal Haasan and Rajinikanth are happy with the setting of Sengol : वहीं कमल हासन ने कहा कि भारत के नए घर में उसके परिवार के सभी सदस्यों के रहने की जरूरत है। वह सहभागी लोकतंत्र में विश्वास करते हैं, इसलिए इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले सभी विपक्षी दलों से फैसले पर पुनर्विचार करने का आह्वान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए भारत सरकार को बधाई देता हूं। भारत की राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करने और उद्घाटन कार्यक्रम की योजना में विपक्षी दलों को शामिल नहीं करने पर अपनी असहमति बनाए रखते हुए, राष्ट्रहित में मैं नए संसद भवन के उद्घाटन का जश्न मनाने का विकल्प चुनता हूं।’
बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर तमिलनाडु से 22 संत दिल्ली पहुंचे हैं। नए संसद भवन का निर्माण 862 करोड़ रुपये की लागत से करवाया गया है। इसे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनवाया गया है। इस संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के अलावा एक संयुक्त सत्र के लिए भी बड़ा हॉल बनवाया गया है जिसमें 1272 सीटें हैं। अब नए संसद भवन में कामकाज शुरू हो जाएगा। वहीं पुराने संसद भवन का इस्तेमाल संसदीय कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा।

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