कर्नाटक: भाजपा सशस्त्र बलों के सम्मान में राज्य भर में निकालेगी ‘तिरंगा यात्रा’ |

कर्नाटक: भाजपा सशस्त्र बलों के सम्मान में राज्य भर में निकालेगी ‘तिरंगा यात्रा’

कर्नाटक: भाजपा सशस्त्र बलों के सम्मान में राज्य भर में निकालेगी ‘तिरंगा यात्रा’

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Modified Date: May 13, 2025 / 06:57 PM IST
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Published Date: May 13, 2025 6:57 pm IST

बेंगलुरु, 13 मई (भाषा) कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जश्न मनाने और भारतीय सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पूरे राज्य में ‘तिरंगा यात्रा’ निकालेगी।

उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों के लोगों का इस यात्रा में भाग लेने के लिए स्वागत है और इस यात्रा में किसी भी पार्टी का प्रतीक नहीं होगा।

अशोक ने कहा, “हमारे सैनिकों के साथ खड़ा होना हर भारतीय का कर्तव्य है। इस उद्देश्य से, भाजपा 15 मई को बेंगलुरु और अन्य प्रमुख शहरों में तिरंगा यात्रा निकालेगी। बेंगलुरु में, यात्रा शिरुरू पार्क से मल्लेश्वरम में संपीगे रोड पर 18 क्रॉस क्षेत्र तक जाएगी, जिसमें 5,000 से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। कोई पार्टी का झंडा नहीं होगा, केवल राष्ट्रीय ध्वज होगा और सभी का स्वागत है।”

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह यात्रा 16 और 17 मई को जिला केंद्रों में तथा 18 से 23 मई तक तालुका केंद्रों में आयोजित की जाएगी।

भाजपा नेता ने दावा किया, “हम अपने सैनिकों के समर्थन में सभी स्थानों पर बड़े पैमाने पर जन भागीदारी की उम्मीद करते हैं। भारतीय सशस्त्र बलों ने दिखाया है कि जब भारतीय महिलाओं के सिंदूर को छुआ जाता है तो क्या होता है। 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया है, प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट कर दिया गया और पाकिस्तान को संघर्षविराम के लिए विनती करने पर मजबूर होना पड़ा।”

अशोक ने कांग्रेस नेताओं से विभाजनकारी बयानबाजी से बचने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पहले शांति का आह्वान किया था लेकिन अब सवाल उठा रहे हैं कि संघर्षविराम के बाद अभियान क्यों बंद कर दिया गया।

उन्होंने कहा, “वे (कांग्रेस) संसद सत्र की मांग करते हैं, लेकिन यह समय नहीं है। हमारे सैनिकों ने पहले ही अपनी कार्रवाई का सबूत दे दिया है, इसलिए अब और सबूत नहीं मांगे जाने चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने और सिंधु जल संधि की समीक्षा करने के बारे में स्पष्ट संदेश दिया है।”

अशोक ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस को राजनीति करने के बजाय सशस्त्र बलों का समर्थन करना चाहिए।

भाषा जितेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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