बेंगलुरु, 17 फरवरी (भाषा) कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस में सत्ता संघर्ष तेज होता दिख रहा है। सहकारिता मंत्री के. एन. राजन्ना ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री डी.के शिवकुमार पर पलटवार करते हुए उनसे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और पार्टी आलाकमान के नाम का ‘‘दुरुपयोग’’ नहीं करने का आग्रह किया।
राजन्ना शिवकुमार के रविवार के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उपमुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से राजन्ना और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी माने जाने वाले अन्य पार्टी नेताओं और मंत्रियों पर निशाना साधा था।
शिवकुमार ने कहा था कि किसी को भी कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के निर्विवाद नेता एवं मुख्यमंत्री के नाम का ‘दुरुपयोग’ करते हुए बयान नहीं देने चाहिए।
शिवकुमार का यह बयान पार्टी नेताओं के एक वर्ग की उस मांग के जवाब में आया है, जो सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने की वकालत कर रहे हैं। इस तरह की अटकलें हैं इस वर्ष के अंत में कर्नाटक में संभावित नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार ने राजन्ना के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने केवल इतना कहा कि वह इस समय इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं तथा केरल एवं राजस्थान के दौरे से लौटने के बाद इस मुद्दे पर बात करेंगे।
राजन्ना ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘मैं भी इस बात से सहमत हूं कि मुख्यमंत्री के नाम का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हमें उनसे (शिवकुमार से) यह भी कहना चाहिए कि वे एआईसीसी और आला कमान के नाम का दुरुपयोग न करें, क्योंकि वह बार-बार एआईसीसी और आलाकमान का जिक्र करते हैं। हर बात के लिए वह एआईसीसी का हवाला देते हैं- क्या एआईसीसी हर मुद्दे पर आकर बोलेगी? अगर मुद्दे उनके संज्ञान में लाए जाते हैं, तो वे अपनी राय या निर्देश दे सकते हैं।’
उन्होंने कहा, “ हम सब आलाकमान के निर्देश का पालन करेंगे और वो अलग बात है। राजनीति में लोग अपनी सुविधा के हिसाब से चीजों का दुरुपयोग करते हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह आरोप लगा रहे हैं कि शिवकुमार एआईसीसी के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं, मंत्री ने जवाब दिया, ‘हां, यह आरोप नहीं है, बल्कि तथ्य है।’
भाषा नोमान माधव
माधव
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