कर्नाटक का एकमात्र उद्देश्य मेकेदातु के माध्यम से तमिलनाडु को रेगिस्तान में बदलना : पलानीस्वामी
कर्नाटक का एकमात्र उद्देश्य मेकेदातु के माध्यम से तमिलनाडु को रेगिस्तान में बदलना : पलानीस्वामी
चेन्नई, 13 दिसंबर (भाषा) ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव एडप्पाडी के पलानीस्वामी ने दावा किया है कि पड़ोसी राज्य कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का एकमात्र उद्देश्य मेकेदातु बांध परियोजना को क्रियान्वित करके तमिलनाडु को रेगिस्तान में बदलना है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार तमिलनाडु पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों की अनदेखी करते हुए मेकेदातु में एक संतुलन जलाशय के निर्माण की अपनी परियोजना को आगे बढ़ा रही है, और उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ अन्ना द्रविड़ कषगम (द्रमुक) को वर्तमान ‘दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति’ के लिए दोषी ठहराया।
पलानीस्वामी ने ‘एक्स’ पर कहा, “मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक सरकार ने तमिलनाडु के लोगों की आजीविका के मुद्दे पर कावेरी प्रबंधन प्राधिकरण और उच्चतम न्यायालय के समक्ष वकीलों के माध्यम से तमिलनाडु की ओर से ठोस दलीलें प्रस्तुत नहीं कीं और उसने आधे-अधूरे मन से काम किया।”
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद कर्नाटक सरकार द्वारा मेकेदातु बांध परियोजना के काम में तेजी लाने के लिए एक विशेषज्ञ टीम का गठन किए जाने के मद्देनजर उनकी यह कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
अन्नाद्रमुक महासचिव ने 12 दिसंबर को लिखे अपने पोस्ट में दावा किया कि द्रमुक जब भी सत्ता में आई, उसने कावेरी नदी के जल मुद्दे पर तमिलनाडु के अधिकार कर्नाटक को सौंप दिए।
उन्होंने कहा, ‘द्रमुक के इस विश्वासघात को माफ नहीं किया जा सकता है।’
पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री से कावेरी पर तमिलनाडु के अधिकारों की रक्षा के लिए तत्काल कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
उन्होंने कर्नाटक सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘कांग्रेस सरकार का एकमात्र उद्देश्य तमिलनाडु को रेगिस्तान में बदलना है।’
भाषा
नोमान दिलीप
दिलीप

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