खरगे, राहुल ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना से जुड़े पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की

खरगे, राहुल ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना से जुड़े पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की

खरगे, राहुल ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना से जुड़े पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की
Modified Date: September 25, 2025 / 05:39 pm IST
Published Date: September 25, 2025 5:39 pm IST

नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के ‘संगठन सृजन’ अभियान के तहत छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जिलाध्यक्षों के चयन के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ बृहस्पतिवार को बैठक की।

पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिन पायलट एवं प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, राजस्थान के प्रभारी सुखज़िन्दर रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा तेलंगाना की प्रभारी मीनाक्षी नटराजन एवं प्रदेश अध्यक्ष बोम्मा महेश कुमार गौड़ भी मौजूद थे।

बैठक की तस्वीर ‘एक्स’ पर साझा करते हुए खरगे ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के एक कथन का उल्लेख किया। उनके अनुसार, नेहरू ने कहा था, “कांग्रेस उन करोड़ों मूक इंसानों के साथ नजदीकी संबंध बनाए रखे जिसका वह प्रतिनिधित्व करती है। जब कांग्रेस कार्यकर्ता अपने विचारों तथा जीवन में इन करोड़ों लोगों के साथ घुल मिल जाएंगे तो कांग्रेस समितियां ऐसा पुण्य स्थल बन जाएंगी जो अन्याय से पीड़ित स्त्री-पुरुषों की समस्याओं का समाधान करेंगी।”

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खरगे ने कहा, ‘आज ‘संगठन सृजन’ अभियान के तहत तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के जिला कांग्रेस अध्यक्षों के चयन के लिए बनाए गए आईसीसीसी पर्यवेक्षकों की बैठक हुई।’

पार्टी ने बीते 23 सितंबर को छत्तीसगढ़ के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के 17 पर्यवेक्षक बनाए थे, जिनमें सप्तगिरि उलाका, अजय लल्लू, सुबोधकांत सहाय और उमंग सिंगार प्रमुख हैं।

कांग्रेस ने तेलंगाना के लिए जिन 30 एआईसीसी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है उनमें विजय इंदर सिंघला, भरत सिंह सोलंकी और सुखदेव भगत शामिल हैं।

पार्टी ने तेलंगाना के लिए 22 पर्यवेक्षक बनाए हैं जिनमें सीपी जोशी, शक्ति सिंह गोहिल, श्रीविनवास बी वी और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं।

वेणुगोपाल ने बुधवार को पटना में कहा था कि ‘संगठन सृजन’ अभियान चार राज्यों में लगभग पूरा हो चुका है और अब तक कुल 144 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है।

भाषा हक अविनाश

अविनाश


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