मालदा (पश्चिम बंगाल), 10 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में लीची किसान उत्पादन का रिकॉर्ड बनाने को तैयार हैं। यहां मौसम की अनुकूल स्थिति रहने और पर्याप्त बारिश की वजह से इस साल कुल उपज करीब 15,000 मिट्रिक टन तक हो सकती है।
जिला बागवानी विभाग के उप निदेशक कृष्णेंदु नंदन ने कहा कि पिछले साल इस फल का उत्पादन 12,000 मीट्रिक टन रहा था।
उन्होंने बताया कि इस साल लीची की उपज 1,420 हेक्टेयर जमीन पर है, जो कि पिछले साल के 1,380 हेक्टेयर से ज्यादा है। उन्होंने बताया कि बारिश या ओलावृष्टि या कीड़ों के हमले से इस मौसम में फल को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है।
नंदन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हम देख रहे हैं कि मालदा में लीची उपज का दायरा हर साल 40-50 हेक्टेयर तक बढ़ रहा है। गर्मी का यह फल ज्यादातर कालियाचक या रतुआ इलाके में होता है। किसानों ने इस फल का उत्पादन शुरू किया और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें इसका बेहतर दाम मिलेगा।’’
हालांकि, किसान इस साल भी कई राज्यों में कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के मद्देनजर अच्छा लाभ कमाने को लेकर आशंकित हैं। उन्हें लगता है कि पाबंदियों की वजह से लीची पश्चिम बंगाल के दूसरे हिस्से या फिर बिहार या झारखंड भेजने में दिक्कतें हो सकती हैं।
एक लीची किसान ने बताया कि पिछले साल भी लीची का अच्छा उत्पादन हुआ था लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से अच्छे दाम नहीं मिल पाए थे। बड़े कारोबारी उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और परिवहन की भी दिक्कतें हैं।
भाषा स्नेहा मनीषा
मनीषा
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