राजस्थान के जोधपुर में 25 से 27 मार्च तक साहित्य उत्सव आयोजित होगा |

राजस्थान के जोधपुर में 25 से 27 मार्च तक साहित्य उत्सव आयोजित होगा

राजस्थान के जोधपुर में 25 से 27 मार्च तक साहित्य उत्सव आयोजित होगा

:   Modified Date:  March 3, 2023 / 08:05 PM IST, Published Date : March 3, 2023/8:05 pm IST

जयपुर, तीन मार्च (भाषा) राजस्थान साहित्य उत्सव ‘साहित्य कुम्भ-2023’ का आयोजन जोधपुर स्थित जनाना बाग में 25- 27 मार्च को किया जायेगा। राज्य सरकार के एक मंत्री ने इसकी जानकारी दी।

प्रदेश सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि राजस्थान साहित्य उत्सव प्रदेश की संस्कृति, साहित्य एवं पर्यटन को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान निभाएगा।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध साहित्यकारों, कवियों तथा शायरों को आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान साहित्य उत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य राज्य की समृद्ध साहित्यिक परम्परा को नई पीढ़ी से अवगत कराने के साथ ही राजस्थान के साहित्यिक अवदान को वैश्विक पटल पर स्थापित करने वाले साहित्यकारों पर एक सार्थक चर्चा और विमर्श के साथ नये और युवा साहित्यकारों को एक प्रभावी और सशक्त मंच उपलब्ध करवाना है।

कल्ला ने बताया कि ‘साहित्य कुंभ’ में कवि सम्मेलन, मुशायरा, राजस्थानी काव्यपाठ समेत विभिन्न साहित्यिक व सांस्कृति आयोजन किए जाएंगे। इसमें पुस्तक मेला, हस्तशिल्प मेला और खान—पान के दुकानों की भी व्यवस्था रहेगी। अंतिम दिन भव्य सांस्कृतिक समागम के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपनी बजट घोषणा 2023—24 में साहित्यकारों को प्रोत्साहन के लिये राज्य के चार साहित्य मनीषियों – कन्हैया लाल सेठिया, कोमल कोठारी, सीताराम लालस एवं विजय दान देथा – के नाम से चार अखिल भारतीय पुरस्कार प्रारम्भ करने की घोषणा की है, जिसे अतिशीघ्र क्रियान्वित किया जा रहा है।

प्रमुख शासन सचिव, कला एवं संस्कृति विभाग सह महानिदेशक जवाहर कला केंद्र,जयपुर गायत्री राठौड ने बताया कि कला एवं संस्कृति विभाग का प्रयास रहेगा कि राजस्थान साहित्य अकादमी, उर्दू अकादमी, संस्कृत अकादमी, नेहरू बाल साहित्य अकादमी, संगीत नाटक अकादमी, ललित कला अकादमी समेत सभी अकादमियां व प्रदेशवासी मिलकर आयोजन को सफल बनाएंगे। आशा है कि यह कार्यक्रम भविष्य में राजस्थान की पहचान बनकर उभरेगा।

भाषा कुंज

रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers