ममता ने फिर अपनाई बगावती सूर, नीति आयोग की बैठक में नहीं लेंगी हिस्सा, राज्य सचिवालय ने दी जानकारी

ममता ने फिर अपनाई बगावती सूर, नीति आयोग की बैठक में नहीं लेंगी हिस्सा, Mamta again adopts rebellious tone, will not participate in NITI Aayog meeting

ममता ने फिर अपनाई बगावती सूर, नीति आयोग की बैठक में नहीं लेंगी हिस्सा, राज्य सचिवालय ने दी जानकारी

Mamta Banerjee wrote a letter to PM Modi

Modified Date: May 24, 2023 / 09:57 pm IST
Published Date: May 24, 2023 8:19 pm IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 27 मई को नयी दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। राज्य सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस ने घोषणा की थी कि वह राष्ट्रीय राजधानी में नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेगी। नीति आयोग की बैठक में भाग नहीं लेने के बनर्जी के फैसले के पीछे वजह पता नहीं चली है।

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राज्य सचिवालय के अधिकारी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री 27 मई को नयी दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक में संभवत: भाग नहीं लेंगी।’’ बनर्जी ने इस महीने की शुरुआत में बैठक में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की थी और कहा था कि वह राज्य के मुद्दों को उजागर करेंगी जिसे केंद्र द्वारा कथित रूप से वंचित किया जा रहा है। बाद में उन्होंने कहा था, ‘‘मैं नयी दिल्ली में 27 मई को नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लूंगी क्योंकि राज्य के मुद्दों को उठाने का यह एक मंच है।’’ बनर्जी ने बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) नेता नीतीश कुमार से इस महीने के आखिर में पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाने को कहा था ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी मिलकर की जा सके। लेकिन अभी ऐसा कुछ संभव होता नहीं दिख रहा।

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तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और वाम दलों माकपा तथा भाकपा आदि पार्टियों ने मंगलवार को घोषणा की कि वे 28 मई को नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करेंगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सभी राजनीतिक दलों को नये संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है और वे अपने विवेक के अनुसार निर्णय लेंगे।

 


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।