‘मन की बात’ सुनते ही निकली मन कि भड़ास, तोड़ने लगे रेडियों, लगे PM विरोधी नारे.. देखें Video..
Massive protest against Mann Ki Baat in Manipur
नई दिल्ली : आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की। यह उनके इस कार्यक्रम की 102वीं कड़ी थी। पीएम मोदी हर महीने के तीसरे सप्ताह में इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के विभिन्न मुद्दों पर अपनी बातें वर्चुअली सामने रखते है। (Massive protest against Mann Ki Baat in Manipur) आज के मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने चक्रवाती तूफ़ान बिपरजॉय, जगन्नाथ यात्रा, शिवाजी की जयंती, टीबी मुक्त भारत और जल व प्रकृति संरक्षण जैसे विषयों पर अपनी बातें देशवासियों के सामने रखी। पीएम के मन की बात को हर बार की तरह देश, प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सुना गया। भाजपा ने इस कार्यक्रम के लिए विशेष प्रबंध भी कर रखे थे।
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वही दूसरी तरफ हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर में मन की बात को लेकर लोगों कि अलग ही प्रतिक्रिया देखने को मिली। यहाँ से सामने आएं एक वीडियों देखा जा सकता है की इस कार्यक्रम को लेकर वहां के स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया और अपने रेडियों भी तोड़ दिए। हालांकि वीडियों किस जगह की है यह साफ़ नहीं है, (Massive protest against Mann Ki Baat in Manipur) लेकिन साफ़ देखा जा सकता हैं की लोग अपना गुस्सा जाहिर करते हुए नजर आ रहे है। इनमे बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल ही जो लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रही है। यह वीडियों वरिष्ठ अधिवक्ता और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता प्रशांत भूषण ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है “मणिपुर के लोगों ने मोदी को मन की बात का स्वाद चखा दिया!
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People of Manipur give a taste of their Man-ki-bat to Modi! pic.twitter.com/k6ULTZDA46
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) June 18, 2023
बता दे की पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पिछले डेढ़ महीने से लगातार हिंसा कि आग में झुलस रहा हैं। यहाँ फैली सामुदायिक हिंसा से अबतक 100 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है। इस पूरे हिंसा और अशांति को लेकर केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र की सरकार वहां हालत सामान्य करने में नाकाम रही है। दो समुदायों के बीच भड़की इस हिंसा कि वजह से मणिपुर में लम्बे वक़्त से धारा 144 लागू है। हिंसा के मद्देनजर इंटरनेट सेवा भी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इसका असर वहां के आम लोगों की दिनचर्या पर देखा जा है, जो बुरी तरह प्रभावित है। आलम ये है कि लोग अब सरकार के खिलाफ ही प्रदर्शन पर उतारू हो गए है।
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