स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में एमसीडी ने 59 स्थान की छलांग लगाई, 31वें पायदान पर पहुंची

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में एमसीडी ने 59 स्थान की छलांग लगाई, 31वें पायदान पर पहुंची

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में एमसीडी ने 59 स्थान की छलांग लगाई, 31वें पायदान पर पहुंची
Modified Date: July 17, 2025 / 05:17 pm IST
Published Date: July 17, 2025 5:17 pm IST

नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार के नौवें संस्करण में ‘मध्यम शहरों’ की श्रेणी में 31 वां स्थान हासिल किया है।

पिछले साल एमसीडी इस सर्वेक्षण में 90वें पायदान पर थी।

बृहस्पतिवार को घोषित ये पुरस्कार स्वच्छ भारत अभियान-शहरी के अंतर्गत आयोजित दुनिया के सबसे बड़े शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ के आधार पर दिए गए।

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इस साल के संस्करण में रिकॉर्ड 4,589 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) ने हिस्सा लिया, जो 2016 में सर्वेक्षण शुरू होने के समय से 73 शहरों की उल्लेखनीय वृद्धि है।

सर्वेक्षण में पहली बार शहरों को आबादी के आधार पर पांच श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया, जिनमें बहुत छोटे शहर (20,000 से कम), छोटे शहर (20,000-50,000), मध्यम शहर (50,000-3 लाख), बड़े शहर (3-10 लाख) और मिलियन-प्लस शहर (10 लाख से अधिक आबादी) शामिल थे।

‘कम करें, पुनर्चक्रण करें और पुनः उपयोग में लाएं’ विषय पर आधारित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में अपशिष्ट प्रबंधन और स्थायी स्वच्छता प्रथाओं में चक्रीयता पर जोर दिया गया।

इंदौर, सूरत, नवी मुंबई और विजयवाड़ा 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में ‘सुपर स्वच्छ लीग’ में शीर्ष पर रहे।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 का उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के तहत प्रगति का आकलन करना और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नागरिक प्रतिक्रिया एवं क्षमता निर्माण सहित विभिन्न स्वच्छता मापदंडों पर शहरों की रैंकिंग करना था।

केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, 4,500 से अधिक शहरों में आमने-सामने की बातचीत, स्वच्छता ऐप, माईगव वेबसाइट और विभिन्न सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से लगभग 14 करोड़ लोगों ने इस सर्वेक्षण में हिस्सा लिया।

भाषा पारुल रंजन

रंजन


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