मेघालय सरकार ने टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया
मेघालय सरकार ने टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया
शिलॉंग, 10 दिसंबर (भाषा) मेघालय सरकार ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले के खिलाफ राज्य के स्वामित्व वाली एक पर्यटन कंपनी पर 630 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी का ‘‘जानबूझकर, अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण’’ दावा करने के लिए आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
सरकार ने गोखले को ‘‘आदतन अपराधी’’ बताते हुए कहा कि वह अतीत में भी सार्वजनिक हस्तियों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ झूठे आरोप लगा चुके हैं। योजना विभाग ने एक बयान में कहा कि मेघालयन एज लिमिटेड (एमएएल) ने गोखले के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर कराया है।
योजना विभाग ने कहा, ‘‘मेघालयन एज लिमिटेड ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पूर्व खासी पर्वतीय जिला, मेघालय की अदालत में दायर मुकदमे में साकेत गोखले के खिलाफ झूठे और प्रिंट/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपमानजनक बयान के लिए अभियोग शुरू करने का अनुरोध किया है।’’
बयान में कहा गया है कि योजना विभाग के तहत गठित राज्य सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी एमएएल को संबंधित कानूनों के तहत परियोजनाओं को लागू करने, पर्यटन को बढ़ावा देने और मेघालय की विरासत को संरक्षित करने की जिम्मेदारी दी गई है। गोखले को ‘आदतन अपराधी’ करार देते हुए बयान में कहा गया है कि कानून की प्रक्रिया के प्रति उनके मन में जरा भी सम्मान नहीं है और सार्वजनिक हस्तियों तथा सरकारी अधिकारियों के खिलाफ ‘झूठे और निराधार आरोप लगाने का इतिहास’ रहा है।
योजना विभाग ने कहा कि एमएएल के खिलाफ ‘‘झूठे और अपमानजनक आरोप’’ भविष्य के उसके कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार संबंधित व्यक्ति और अन्य संस्थाओं के खिलाफ ‘‘पूरी तरह से झूठे, अनुचित और निंदनीय आरोप’’ लगाने के लिए दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर करने पर भी विचार कर रही है।
गोखले ने चार दिसंबर को एक प्रेस बयान जारी कर आरोप लगाया था कि एमएएल ने राज्य में 630 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की है। मुकदमे पर प्रतिक्रिया देते हुए, नेता प्रतिपक्ष और टीएमसी नेता मुकुल संगमा ने कहा कि राज्य सरकार को आरोप पर सफाई देनी चाहिए और ‘‘कानूनी हस्तक्षेप की आड़ में नहीं छिपना’’ चाहिए।
उन्होंने कहा कि ‘‘सत्य की जीत होगी।’’ साथ ही संगमा ने कहा कि ‘‘मौजूदा व्यवस्था के भ्रष्ट तौर-तरीकों को और उजागर किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की प्रतिक्रिया में कुछ भी नया नहीं है क्योंकि जब भी कथित अनियमितताओं की बात आती है तो वह हमेशा इनकार करने के मूड में रहती है।’’
मेघालय पर्यावरण पर्यटन ढांचागत विकास परियोजना 824 करोड़ रुपये की पहल है जिसे एमएएल द्वारा इको-टूरिज्म हब विकसित करने, सड़कों, रोपवे और पुलों के निर्माण तथा बुनियादी पर्यटक आवास बनाने के लिए लागू किया गया है।
भाषा आशीष माधव
माधव

Facebook



