चक्रवात ‘मोचा’ हुआ बेहद भयानक, इन राज्यों में हो सकती है आफत वाली बारिश, सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद्द
'Mocha' the biggest cyclone of the 21st century मौसम विभाग का अनुमान है कि चक्रवात 'मोका' का लैंडफॉल 14 मई को होगा।
Cyclone Mokha will show its fury
Mocha the biggest cyclone : चक्रवात ‘मोका’ को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। 10 मई को यह दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी, अंडमान सागर के आसपास के इलाकों में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि चक्रवात ‘मोका’ का लैंडफॉल 14 मई को होगा। लैंडफॉल का एरिया बांग्लादेश-म्यांमार तटों के ऊपर रहेगा।
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने दी ये बड़ी जानकारी
ओडिशा, भुवनेश्वर से वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने मौसम की जानकारी देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ बंगाल की मध्य खाड़ी क्षेत्र से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक बहुत ही तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल गया है। अब यह 9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है।
चक्रवाती तूफान 'मोचा' बंगाल की मध्य खाड़ी क्षेत्र से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक बहुत ही तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल गया है। अब यह 9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है: उमाशंकर दास, वरिष्ठ वैज्ञानिक, IMD, भुवनेश्वर, ओडिशा pic.twitter.com/VGuuMqxoEN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2023
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
चक्रवात के शुरू में उत्तर-पश्चिमोत्तर की ओर 12 मई की सुबह तक और बाद में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है। चक्रवात ‘मोका’ को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। 10 मई को यह दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी, अंडमान सागर के आसपास के इलाकों में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।
भारतीय तटरक्षक बल ने जारी किया अलर्ट
Mocha the biggest cyclone : भारतीय तटरक्षक बल ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की। इंडियन कोस्ट गार्ड के अंडमान सागर के कम दबाव वाले क्षेत्रों के आसपास नियमित हवाई निगरानी उड़ानों से सुरक्षा अलर्ट शुरू किए जा रहे हैं। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
जनता के संपर्क में लगातार प्रशासन
संदेशखाली, हिंगलगंज और हसनाबाद क्षेत्रों में जहां कमजोर तटबंध हैं। वहां शीघ्र मरम्मत के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं स्थानीय पंचायतों को बांधों का दिन-रात निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। राहत शिविरों के साथ जिला तट के साथ कुल 56 चक्रवात आश्रयों को सक्रिय किया गया है और स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

Facebook



