मुंबई प्लेन क्रैश- एयरक्राफ्ट ने 10 साल से नहीं भरी थी उड़ान, डीजीसीए से नहीं मिला था सर्टिफिकेट भी
मुंबई प्लेन क्रैश- एयरक्राफ्ट ने 10 साल से नहीं भरी थी उड़ान, डीजीसीए से नहीं मिला था सर्टिफिकेट भी
मुंबई। गुरुवार को घाटकोपर इलाके में हुए चार्टर्ड प्लेन क्रैश मामले की प्राथमिक जांच में कई तथ्य सामने आए हैं। इस एयरक्राफ्ट की लंबे समय से मरम्मत की जा रही थी। इस प्लेन ने पिछले 10 सालों में एक भी उड़ान नहीं भरी थी। मरम्मत के बाद इसकी उड़ान के लिए डीजीसीए से जरुरी सर्टिफिकेट लेना था, जो कि लिया नहीं गया था। मतलब यह कि उड़ान के लिए जरुरी सर्टिफिकेट न होने के बाद भी प्लेन को टेस्टिंग के लिए उड़ाया गया।
बता दे कि इस हादसे में 2 पायलट समेत 4 लोग जो प्लेन में सवार थे, मारे गए। जबकि क्रैश होते प्लेन की चपेट में आकर एक राहगीर की भी मौत हो गई। क्रैश एयरक्राफ्ट का ब्लैक बॉकस मिल गया है। इसकी मदद से घटना के असल कारणों का खुलासा हो सकेगा।
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क्रैश हुआ एयरक्राफ्ट किंग एयर सी90 कभी यूपी सरकार का हुआ था, जिसे पुराना होने के बाद उसे यूवी एविएशन को बेच दिया गया था। विमान ट्रैफिक कंट्रोल कक्ष से जुड़े लोगों के अनुसार एयरक्राफ्ट ने जुहू हवाई पट्टी से परीक्षण के लिए उड़ान भरी थी और जूहू से चार नौटिकल मील दूर नियंत्रण गंवा बैठा। नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने डीजीसीए हादसे की जांच करने कहा है।
पुलिस ने मृतकों की पहचान पायलट मारिया जुबेरी (48), प्रदीप राजपूत, इंजीनियर सुरभि बृजेश कुमार गुप्ता (34), तकनीशियन तेजपाल पांडे (21) और राहगीर गोविंद पंडित के रुप में हुई है।
वेब डेस्क, IBC24

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